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उड़ीसा से लाता था गांजा, तीन साल से फरार ड्रग्स तस्कर गिरफ्तार
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नई दिल्ली : ड्रग्स तस्करी मामले में तीन साल से फरार चल रहे आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान 40 वर्षीय दिनेश पाल के रूप में हुई है. उसके खिलाफ 2019 में क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले में अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर रखा था. उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम पुलिस की तरफ से घोषित था.डीसीपी राजेश देव के अनुसार 18 जुलाई 2019 को तुगलकाबाद इलाके से एक ट्रक क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था. सूबे सिंह और दीपक नामक दो आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर 510 किलो गांजा बरामद किया था. इसे लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी. आरोपियों ने खुलासा किया था कि इस नेटवर्क का सरगना फतेहपुर बेरी निवासी दिनेश पाल है. इसके बाद से पुलिस टीम लगातार उसकी तलाश में दबिश दे रही थी. लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था.
आरोपी की तलाश के लिए इंस्पेक्टर राजीव बमल की टीम को लगाया गया था. पुलिस टीम ने एक तरफ जहां उसकी तलाश के लिए मुखबिरों का सहारा लिया तो वहीं दूसरी तरफ टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली गई. इस दौरान उन्हें आरोपी द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे नए मोबाइल के बारे में पता चला. वह फर्जी नाम पर आंध्र प्रदेश के नंबर का इस्तेमाल कर रहा था. इसकी मदद से पुलिस टीम ने उसे भाटी माइंस इलाके से गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह 2012 से मादक पदार्थ की तस्करी कर रहा है. वर्ष 2012 में उसे पहली बार 100 किलो गांजे के साथ कोतवाली पुलिस द्वारा पकड़ा गया था. वह 4 साल तक जेल में रहा. वर्ष 2016 में जेल से निकलने के बाद उसने अपना ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क खड़ा किया. वर्ष 2019 में जब उसके साथी गिरफ्तार हुए तो उसने अपना मोबाइल और ठिकाना बदल लिया था. वह उड़ीसा के बॉर्डर वाले इलाके से सस्ती कीमत पर खरीदकर उसे दिल्ली एनसीआर में मोटे मुनाफे पर बेचता था. उसके खिलाफ 6 आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं.