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यूपी रेरा की वसूली करवाई जारी: 2 खरीदारों के ₹4.73 करोड़ वापस दिलवाए, जानिए पूरी खबर
![यूपी रेरा की वसूली करवाई जारी: 2 खरीदारों के ₹4.73 करोड़ वापस दिलवाए, जानिए पूरी खबर यूपी रेरा की वसूली करवाई जारी: 2 खरीदारों के ₹4.73 करोड़ वापस दिलवाए, जानिए पूरी खबर](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/06/27/1731308-unnamed-1.webp)
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: घर खरीदारों के मामलों को निपटाने के लिए उत्तर प्रदेश रेरा लगातार प्रयास कर रहा है। रेरा ने 1800 मामलों में जिला प्रशासन के सहयोग से करीब 285 करोड़ रुपये की वसूली करवाई है। हाल ही में रेरा ने दो खरीदारों को 4.73 करोड़ रुपये से अधिक की वापसी कराई है। यह पैसा उनके खाते में आ गया है। इससे खरीदारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
अभी तक 1800 मामलों में 285 करोड़ की वसूली: यूपी रेरा ने घर खरीदारों को न्याय दिलाने के लिए लगातार काम कर रहा है। रेरा फ्लैट पर कब्जा दिलाने के साथ-साथ पैसा वापसी के लिए जारी वसूली प्रमाण पत्रों को लेकर जिला प्रशासन से सम्पर्क में है। ताकि यह कार्रवाई चलती रही। अब तक रेरा ने करीब 1800 मामलों में जिला प्रशासन के सहयोग से 285 करोड़ रुपये की वसूली करवाई है। इससे शिकायतकर्ताओं को राहत मिली है। घर खरीरदार भी रेरा में पहुंच कर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत हैं।
वेब सिटी परियोजना से जुड़ा है मामला: आवेश भटनागर ने नोएडा के सेक्टर-32 में वेब सिटी सेंटर परियोजना में 2 कमर्शियल यूनिट बुक करवाई थी। कब्जा मिलने में विलम्ब होने पर आवंटी ने प्रोमोटर से शीघ्र कब्जा देने या पैसा वापस करने का अनुरोध किया था। लेकिन प्रोमोटर से किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया। फिर आवंटी ने रेरा में पैसा वापस दिलाने के लिए शिकायत की। रेरा ने जमा धनराशि ब्याज सहित वापस करने का आदेश दिया। इसके बावजूद प्रोमोटर ने पैसा वापस नहीं किया। रेरा ने रिकवरी सर्टिफिकेट जारी कर दिया।
इन दो मामलों में हुई कार्रवाई: डीएम ने आवंटी को 2.28 करोड़ रुपये वापस करा दिए। आवंटी राजेश्वरी देवी ने लखनऊ में सहारा प्राइम सिटी के सहारा सिटी होम्स में 2010-11 में एक विला बुक किया था। आवंटी ने कब्जा नहीं मिलने पर रेरा में शिकायत दर्ज कराई। रेरा ने जमा धनराशि ब्याज सहित वापस करने का आदेश दिया। इसके बावजूद बिल्डर ने पैसा वापस नहीं किया। इसके बापद रेरा ने रिकवरी सर्टिफिकेट जारी कर दिया। जिलाधिकारी, लखनऊ ने 2.45 करोड़ रुपये वसूल कर आवंटी को दिलवाए।