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कर रहे प्राइवेट संस्थानों का रुख, यूजी-पीजी दाखिले में देरी से छात्र परेशान

Admin4
18 Aug 2022 12:19 PM GMT
कर रहे प्राइवेट संस्थानों का रुख, यूजी-पीजी दाखिले में देरी से छात्र परेशान
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

निजी संस्थानों में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के कारण पढ़ाई जल्द शुरू होने वाली है। डीयू से अर्थशास्त्र में यूजी की पढ़ाई कर चुकी वर्तिका को इस साल पीजी में दाखिला लेना है। लेकिन पहले तो अंतिम वर्ष के रिजल्ट का इंतजार था जिसके आधार पर पीजी में दाखिला लिया जा सके।

दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के दाखिले में देरी के कारण छात्र निजी संस्थानों की ओर रुख कर रहे हैं। कई ने मोटी फीस का भुगतान भी कर दिया है। डीयू में पढ़ने की आस है, लेकिन दाखिले को लेकर संशय होने के कारण चिंतित हैं। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट में हो रहीं अव्यवस्थाओं के कारण छात्र सत्र शुरू होने लेकर भी असमंजस में हैं। वहीं अभी सीयूईटी की कुछ परीक्षा अगस्त के अंत में होनी है। उसके बाद ही रिजल्ट जारी होगा।

कोविड-19 महामारी के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय में दो साल से शैक्षणिक सत्र देरी से शुरू हो रहा है। इस साल कोरोना की स्थिति नियंत्रित होने और कॉलेज खुल जाने के कारण उम्मीद थी कि कॉलेजों में अगला सत्र समय से शुरू हो जाएगा। लेकिन इस साल भी इसके अक्तूबर के मध्य में शुरू होने की संभावना है।

निजी संस्थानों में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के कारण पढ़ाई जल्द शुरू होने वाली है। डीयू से अर्थशास्त्र में यूजी की पढ़ाई कर चुकी वर्तिका को इस साल पीजी में दाखिला लेना है। लेकिन पहले तो अंतिम वर्ष के रिजल्ट का इंतजार था जिसके आधार पर पीजी में दाखिला लिया जा सके। लेकिन अब तक यह नहीं पता कि पीजी के दाखिले कब शुरू होंगे। ऐसे में उन्होंने चेन्नई के एक निजी संस्थान में एक लाख रुपये से अधिक की फीस देकर दाखिला ले लिया है।

असमंजस में छात्र, फीस फंसने का डर

वर्तिका दाखिला डीयू में ही चाहती हैं लेकिन अभी उन्हें वहां जाना पड़ा है क्योंकि वहां ओरिएंटेशन के लिए जाना था और फिर कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। अब अगर वह डीयू में दाखिला लेती हैं तब तक वह चेन्नई में एक से दो माह की पढ़ाई कर चुकी होंगी। इसके साथ ही फीस को लेकर भी चिंता है कि उन्हें कितनी फीस और कब तक वापस मिल सकेगी। अभी उन्होंने वहां किराए का कमरा लिया है जिसका मोटा किराया चुकाना पड़ रहा है और घर से भी दूर हैं। वह कहती हैं कि यदि डीयू में दाखिले शुरू हो जाते तो उन्हें इतने खर्चे करके बाहर नहीं जाना पड़ता। एक अन्य छात्र अनिरुद्ध सिंह को यूजी में किसी कॉलेज में दाखिले की चाह है लेकिन उन्हें अब तक यह नहीं पता कि कब दाखिले शुरू होंगे और उन्हें दाखिला मिलेगा या नहीं।

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