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यह ‘इंडिया’ नहीं, घमंडिया, विपक्ष पर जमकर बरसे मोदी

Shreya
11 Aug 2023 4:58 AM GMT
यह ‘इंडिया’ नहीं, घमंडिया, विपक्ष पर जमकर बरसे मोदी
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नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव तीन दिन की बहस के बाद गुरुवार को ध्वनिमत से गिर गया। बहस के जवाब में प्रधानमंत्री के भाषण शुरू होने के एक घंटे बाद भी जब मणिपुर का जिक्र नहीं हुआ, तो विपक्षी दलों ने वी वांट मणिपुर के नारे लगाने शुरू कर दिए। प्रधानमंत्री इसके बाद भी जब मणिपुर पर नहीं बोले, तो 90 मिनट के भाषण के बाद बाद विपक्ष के अधिकांश सांसद सदन से वॉकआउट कर गए। अपने भाषण में एक घंटा 52 मिनट बाद पीएम ने मणिपुर का जिक्र किया। पीएम का भाषण के बाद जब अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, तो विपक्ष की अनुपस्थिति में प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया। इससे पहले संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो घंटे 12 मिनट के भाषण में विपक्ष पर जमकर हमले बोले। प्रधानमंत्री ने विपक्ष के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूपीए को लगता है कि देश के नाम का इस्तेमाल कर विश्वसनीयता बढ़ाई जा सकती है।

यह ‘इंडिया’ गठबंधन नहीं, घमंडिया गठबंधन है और इसकी बारात में हर कोई दुल्हा बनना चाहता है। सबको प्रधानमंत्री बनना है। पीएम ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयारी करने को विपक्ष को पांच साल भी कम पड़ गए। फील्डिंग विपक्ष ने लगाई, लेकिन चौके-छक्के यहीं (सत्तापक्ष) से लगे। मैं विपक्ष के साथियों से यही कहूंगा कि तैयारी करके क्यों नहीं आते जी? अगली बार जब 2028 में हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएं, तो पूरी तैयारी के साथ आएं। उन्होंने आगे कहा कि एक तरह से विपक्ष का अविश्वास हमारे लिए शुभ होता है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि मेरा पक्का विश्वास हो गया है कि विपक्ष के लोगों को एक सीक्रेट वरदान मिला हुआ है। ये लोग जिसका बुरा चाहेंगे, उसका भला होगा। इसका तो एक उदाहरण मैं खुद हूं। 20 साल हो गए, क्या कुछ नहीं कहा मेरे बारे में, लेकिन भला ही होता गया। उन्होंने बैंकिंग सेक्टर, डिफेंस के हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी एचएएल की स्थिति और एलआईसी का उदाहरण देते हुए कहा कि विपक्ष ने इन सभी के बुरा होने की बात कही थी, लेकिन ये सब तरक्की कर रहे हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कभी गमले में मूली नहीं उगाई, वे ट्रकों को देखकर हैरान ही होंगे। जो कभी जमीन पर नहीं उतरे, जिन्होंने हमेशा गाड़ी का शीशा डाउन करके दूसरों की गरीबी देखी है।

उन्हें सब हैरान करने वाला लग रहा है। ऐसे लोग जब भारत की स्थिति का वर्णन करते हैं तो भूल जाते हैं कि भारत पर उनके परिवार ने 50 सालों तक राज किया। वे भूल जाते हैं कि उनके पूर्वजों इतने सालों तक क्या कुछ किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को हुर्रियत, अलगाववादियों पर भरोसा था। भारत ने आतंकवाद पर सर्जिकल स्ट्राइक किया, एयर स्ट्राइक किया। इन्हें भारतीय सेना नहीं, दुश्मन के दांव पर भरोसा था। आज दुनिया में कोई भी भारत के लिए कोई भी अपशब्द बोलता है, तो तुरंत विश्वास हो जाता है, तुरंत कैच कर लेते हैं। कोरोना की महामारी आई, भारत के वैज्ञानिकों ने मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाई, उस पर भरोसा नहीं था। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के लगभग अंत में मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि मणिपुर में अदालत का एक फैसला आने के बादपक्ष-विपक्ष में जो स्थितियां बनी, हिंसा का दौर शुरू हुआ, परिवारों ने अपने स्वजन खोए, महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए, ये अक्षम्य हैं। मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो कोशिशें चल रही हैं, निकट भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा। मणिपुर फिर नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही मणिपुर समस्या के लिए कांग्रेस को ही दोषी ठहरा दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मणिपुर की समस्याओं को ऐसे पेश किया जा रहा है, जैसे बीते कुछ समय में ही वहां यह हालात पैदा हुए। नॉर्थ-ईस्ट की समस्याओं की एकमात्र जननी कांग्रेस है। वहां के लोग इसके जिम्मेदार नहीं है, कांग्रेस की राजनीति जिम्मेदार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच मार्च, 1966 को कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना से हमला करवाया था। निर्दोष नागरिकों पर हमला करवाया। अकाल तख्त पर हमला आज भी हमारी स्मृति में है, उन्हें मिजोरम में यह आदत पहले ही लग गई थी। यहां हमें उपदेश दे रहे हैं। कांग्रेस ने नॉर्थ ईस्ट में वहां के लोगों के विश्वास की हत्या की है। घाव हमेशा समस्या के रूप में सामने आते हैं, उन्हीं के कारनामे हैं।

अधीर रंजन चौधरी सस्पेंड

प्रधानमंत्री पर अनुचित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया गया। जब तक मामला प्रिविलेज कमेटी के पास लंबित है और जांच रिपोर्ट आती है, तब तक वह सदन से सस्पेंड रहेंगे।

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