दिल्ली-एनसीआर

जबरदस्ती करवा रहे थे शादी, महिला आयोग ने चलती ट्रेन से कॉलेज छात्रा को किया रेस्क्यू

Nilmani Pal
29 Oct 2021 1:46 PM GMT
जबरदस्ती करवा रहे थे शादी, महिला आयोग ने चलती ट्रेन से कॉलेज छात्रा को किया रेस्क्यू
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जानें पूरा मामला

एक माता-पिता को अपनी बालिग बेटी की जबरदस्‍ती शादी करना महंगा पड़ गया. अब इनके खिलाफ दिल्‍ली पुलिस कार्रवाई करेगी. हाल ही में दिल्‍ली महिला आयोग (delhi commission for women) की टीम ने दिल्ली पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल के साथ मिलकर आनंद विहार रेलवे स्टेशन (Anand Vihar Railway Station) पर ट्रेन को रोक कर एक लड़की को रेस्क्यू किया है. जिसकी उम्र 23 साल बताई जा रही है और वह दिल्‍ली-एनसीआर के किसी विश्‍वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई कर रही है.

दिल्‍ली महिला आयोग (DCW) की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि लड़की अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है, माता पिता लड़की पर शादी के लिए दबाव बना रहे थे. अभी 26 अक्‍टूबर को पीड़‍िता की दोस्‍त ने दिल्‍ली महिला आयोग में फोन करके जानकारी दी कि लड़की को उसके माता-पिता जबरदस्‍ती शादी करने के लिए झारखंड ले जा रहे हैं. लड़की से संपर्क करने के बाद 27 अक्‍टूबर को आयोग ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर एक टीम बनाई और 27 को रेलवे स्टेशन पहुंची. हालांकि उस समय तक लड़की ट्रेन में बैठ चुकी थी, तब टीम ने तुरंत रेलवे सुरक्षा बल को संपर्क किया और ट्रेन को आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर रुकवाकर लड़की को रेस्क्यू किया. रेस्क्यू के बाद लड़की ने आयोग को बताया कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती थी लेकिन उसके माता-पिता उस पर शादी करने के लिए और साथ में झारखंड चलने के लिए दबाव बना रहे थे. उसे उसकी मर्जी के खिलाफ शादी करने के लिए मजबूर किया जा रहा था पर सही समय पर दिल्ली महिला आयोग से संपर्क में आने की वजह से वह बच पाई. पीड़िता ने आगे ये भी बताया कि उसके माता पिता उसे घर से बाहर निकलने तक नहीं दे रहे थे तथा उसे यह भी नहीं बताया गया था कि उसकी शादी किसके साथ होने वाली है.

आयोग ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में की गई कानूनी कार्रवाई का विवरण भी मांगा है. लड़की अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती है और लॉ के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती है जिसके लिए आयोग ने जरूरत पड़ने पर उसका समर्थन एवं हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया है. वहीं आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज के समय में भी कुछ माता-पिता अपनी इच्छा को पूरा करने के लिये अपने बच्चों और उनके सपनों को कुर्बान कर देते हैं. दिल्ली पुलिस को इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए और आयोग अपनी तरफ से लड़की की हर संभव मदद एवं समर्थन करना जारी रखेगा.

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