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फैक्ट्री में रखे लकड़ी के बाक्स में भाई-बहन का शव मिलने से मचा हड़कंप
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | जामिया नगर इलाके में मंगलवार शाम एक फैक्ट्री में रखे लकड़ी के बाक्स में भाई-बहन का शव मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों उसी फैक्ट्री के चौकीदार के बच्चे थे।
इस खबर के फैलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई दोनों भाई-बहनों की याद कर रोए जा रहा है। इस मामले में एक खुलासा हुआ है कि अगर ये दोनों बच्चे अपनी बड़ी बहन की बात मान लेते तो शायद आज जिंदा होते…
आठ साल के नीरज और छह साल की आरती ने अगर अपनी बड़ी बहन की कुछ दिन पहले कही बात मान ली होती तो परिवार दोनों की याद में आज रो न रहा होता। जानकारी सामने आई है कि कुछ दिन पहले भी दोनों बक्से के पास खेल रहे थे तब उनकी बड़ी बहन ने वहां खेलने से मना किया था और दोनों को वहां से हटा दिया।
लेकिन दोनों मंगलवार को फिर से उस बक्से के पास खेलने चले गए और शाम को दोनों का शव उसी लकड़ी के बक्से में से मिला।बच्चे दोपहर तीन बजे से गायब थे। खाने के बाद घर से निकले थे। दक्षिण पूर्वी दिल्ली जिले के डीसीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच में बच्चों के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले हैं।
यह दुर्घटनावश दम घुटने का मामला लगता है। दोनों बच्चों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ ही मौके पर जांच के लिए पहुंची एफएसएल और क्राइम टीम के रिपोर्ट के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शाम चार बजे मिली पुलिस को सूचना
डीसीपी ने बताया कि मंगलवार शाम करीब चार बजे जामिया नगर पुलिस को सूचना मिली थी कि मकान नंबर एफ दो जोगाबाई एक्सटेंशन में दो बच्चों के शव मिले हैं।
दोनों के शव रखे लकड़ी के एक पुराने बक्से में मिले थे। जांच में पता चला कि दोनों बच्चे उस फैक्ट्री के चौकीदार बलबीर के बच्चे थे।
बलबीर मूलरूप से नेपाल के रहने वाले हैं। बलबीर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वहीं रहते हैं। बच्चों के नाम नीरज (आठ वर्ष) और आरती (छह वर्ष) थे।
बलबीर ने पुलिस को बताया कि दोपहर करीब तीन बजे दोनों बच्चों ने साथ खाना खाया था। इसके बाद दोनों खेलने चले गए थे। थोड़ी देर बाद बलबीर कमरे से निकले तो दोनों बच्चे वहां नहीं दिखे।
घंटों तक चली बच्चों की तलाश
आसपास के बच्चों से पूछने पर भी कुछ पता न चला तो पत्नी के साथ बच्चों को ढूंढने लगे। इस दौरान फैक्ट्री में रखे लकड़ी के एक बाक्स में दोनों बच्चों का शव मिले।
तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि लकड़ी का बाक्स काफी पुराना है, उसका दरवाजा बंद होने के बाद अपने आप लाक हो जाता है। ऐसे में पूरी संभावना है कि दोनों बच्चे बाक्स में बंद हो गए हों और फिर दरवाजा लाक हो गया हो