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गोलचक्कर का नाम मेजर रोहित के नाम पर रखा जाएगा, जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए थे मेजर रोहित कुमार

Admin Delhi 1
13 Sep 2022 3:32 PM GMT
गोलचक्कर का नाम मेजर रोहित के नाम पर रखा जाएगा, जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए थे मेजर रोहित कुमार
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एनसीआर नॉएडा न्यूज़: जेवर के विधायक ठाकुर धीरेन्द्र सिंह का प्रयास फलीभूत हो गया है। जम्मू-कश्मीर में शहीद मेजर रोहित कुमार को सम्मान मिलेगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ऐस सिटी के सामने वाले गोलचक्कर का नामकरण मेजर रोहित के नाम पर किया जाएगा। इसके लिए धीरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखा था। धीरेन्द्र सिंह ने कहा, "आज जब हम 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहे हैं तो उनके परिजनों की भावनाएं कद्र करने लायक हैं। अब मेजर रोहित केवल उनके परिवार नहीं बल्कि पूरे देश के हैं। ऐसे योद्धा के नाम पर एक चौराहे का नाम होगा तो शहर का भी सम्मान बढ़ेगा।"

विधायक ने प्राधिकरण को दिया प्रस्ताव: विधायक धीरेन्द्र सिंह ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शहीद मेजर रोहित कुमार के नाम पर गोल चक्कर का नाम रखने का प्रस्ताव ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को भेजा था। विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र भेजकर यह मांग की थी। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ऐस हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले मेजर रोहित कुमार जम्मू-कश्मीर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान शहीद हो गए थे। शहीद मेजर के माता-पिता और पत्नी पिछले करीब एक वर्ष से ऐस सिटी के सामने वाले गोल चक्कर का नाम उनके नाम पर रखने की मांग कर रहे थे। पहले अथॉरिटी ने जवाब दिया था कि ऐसी कोई पॉलिसी उपलब्ध नहीं है। जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह के हस्तक्षेप के बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने यह प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में रखने का निर्णय लिया। बीते शुक्रवार को लखनऊ में अथॉरिटी की बोर्ड बैठक हुई। जिसमें इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।

8 नवंबर 2021 को परिजनों ने दिया पहला पत्र: मेजर रोहित कुमार के परिजन करीब एक साल से यह मांग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस गोल चक्कर का नाम शहीद के नाम पर रखे जाने के लिए कई सांसद, विधायक और मंत्रियों ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से लेकर उत्तर प्रदेश शासन तक पत्र भेजा था। मेजर के परिजनों ने 8 नवंबर 2021 को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को पत्र सौंपा था। जिस पर तत्कालीन सीईओ ने संज्ञान में लेने का आश्वासन दिया था लेकिन फिर पॉलिसी का हवाला देकर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। उसके बाद नवंबर 2021 में जिलाधिकारी कार्यालय में आवेदन किया गया। परिजनों ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी से 3 बार मुलाकात की थी। प्राधिकरण के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी थी। अंततः अगस्त के महीने में धीरेन्द्र सिंह ने इसका बीड़ा उठाया। विधायक में प्राधिकरण और शासन में पैरवी की। अब मेजर रोहित के नाम पर चौराहे का नामकरण करने की मंजूरी मिल गई है।

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