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मंदिर की प्रबंधन समितियों ने 'आप' नेताओं के मंदिर में प्रवेश परलगाई रोक
दिल्ली न्यूज़: एमसीडी चुनाव बिगुल बजने के बीच एक मंदिर की प्रबंधन समितियों ने भी आम आदमी पार्टी को घेरने का अभियान शुरू किया है। समिति ने मंदिर के पुजारी व सहयोगी को हर माह वेतन देने की मांग की है।
दिल्ली सरकार के द्वारा दिल्ली में मौजीज मौलवियों को 42,000 प्रति माह वेतन देने से नाराज पुजारियों ने मंदिरों में लगाया केजरीवाल या आम आदमी पार्टी नेताओं को प्रवेश करने पर रोक लगाने का निर्णय लेते हुए मंदिरों पर बोर्ड लगा दिया है. इसे लेकर प्रदेश भाजपा मंदिर प्रकोष्ठ के संयोजक करनैल सिंह ने कहा है कि मंदिर और भगवान के दरवाजे सभी के लिए खुले हुए हैं. करनैल सिंह ने बताया कि जब इसका खुलासा खुद दिल्ली सरकार के विभाग से मिली आरटीआई से हो चुकी है कि दिल्ली के पुजारियों को दिल्ली सरकार के द्वारा मस्जिदों में नमाज के लिए नियुक्त मौजीज मौलवियों को 42000 प्रति माह वेतन दी जा रही है तो दिल्ली के पुजारियों, ग्रंथियों, पादरी ने क्या बिगाड़ रखा है. उन्होंने कहा कि मंदिरों के पुजारियों में केजरीवाल के द्वारा किए जा रहे इस सौतेले व्यवहार को लेकर काफी नाराजगी है और यह इसी का नतीजा है.
42 हजार मासिक वेतन की मांग करने का अनुरोध: पश्चिम दिल्ली के सांसद ने कहा, 'मैं सभी मंदिरों और गुरुद्वारों के पुजारियों और ग्रंथियों से अपील करता हूं कि वे 42,000 रुपये मासिक वेतन के लिए केजरीवाल को पत्र लिखें.' उन्होंने कहा, 'अगर वह तीन दिनों में अपना निर्णय बताने में विफल रहते हैं, तो मंदिरों और गुरुद्वारों के बाहर बोर्ड लगा दिया जाना चाहिए और तबतक 'आप' के किसी भी नेता, उम्मीदवार और स्वयं मुख्यमंत्री के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया जाए जब तक कि वेतन का भुगतान नहीं किया जाता हो.'