दिल्ली-एनसीआर

ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर बुलडोज़र चला तो उनकी आंखों से निकल गए आंसु

Admin Delhi 1
1 Oct 2022 6:03 AM GMT
ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर बुलडोज़र चला तो उनकी आंखों से निकल गए आंसु
x

एनसीआर नॉएडा न्यूज़: दिल्ली से सटे नोएडा में सेक्टर 93बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में जब श्रीकांत त्यागी के फ्लैट पर बुलडोजर चला था तो वहां रहने वाले लोगों ने मिठाई बांटने के साथ खुशियां मनाई थी। उस दौरान सोसाइटी के लोगों ने कार्रवाई को सही बताया था। लेकिन जब इसी मामले में शुक्रवार को प्राधिकरण का बुलडोजर खुशियां मनाने वाले लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर चला तो उनकी आंखों से आंसु निकल गए। ये लोग प्राधिकरण अधिकारियों के आगे गिड़गिड़ाते नजर आए। लेकिन प्राधिकरण अधिकारियों ने कार्रवाई जारी रखी। इससे पहले शुक्रवार सुबह प्राधिकरण अधिकारियों को सोसाइटी वासियों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। दोपहर करीब दो बजे प्राधिकरण अधिकारी बुलडोजर के साथ सोसाइटी के अंदर दाखिल हुए और देर शाम तक फ्लैट के आगे अवैध अतिक्रमण करने वाले करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा जगहों को तोड़ दिया। प्राधिकरण अधिकारियों ने 4 बुलडोजर और 4 डंपर की मदद से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। इस दौरान सुबह से शुरू हुआ हाइवोल्टेज ड्रामा देर रात तक जारी रहा।

शुक्रवार सुबह बुलडोजर जैसे ही ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी के गेट पर पहुंचा तो लोगों ने बवाल काटना शुरू कर दिया। सोसाइटी के लोगों ने बुलडोजर को रोककर मेन गेट को बंद कर दिया। लोगों ने इस दौरान सरकार के विरोध में नारे भी लगाए। फ्लैट मालिकों ने कहा कि हमने कोई अवैध निर्माण नहीं किया है। अगर ऐसा है तो हमें लिखित में बताया जाए, फिर हम खुद हटा लेंगे। लेकिन प्राधिकरण अधिकारी अपने दिए गए अल्टीमेटम के अनुसार पीछे नहीं हटे। दोपहर करीब दो बजे प्राधिकरण अधिकारी बुलडोजर के साथ सोसाइटी के अंदर दाखिल हुए और देर शाम तक फ्लैट के आगे अवैध अतिक्रमण करने वाले डेढ़ दर्जन से ज्यादा जगहों को तोड़ दिया। प्राधिकरण नियोजन विभाग ने बताया कि यहां किए सर्वे में अधिकांश फ्लैट आवंटियों ने घर के आगे शेड (लकड़ी, लोहे और प्लास्टिक) से बनाए हैं। इसके साथ पेड़ों को लगाकर कॉमन एरिया को कवर किया गया है। इन शेड और पेड़ों को हटाया जाना था। नोएडा प्राधिकरण रितु माहेश्वरी ने बताया कि सोसाइटी में जो भी अवैध निर्माण हैं वह हर हाल में हटाए जाएंगे।


अनु त्यागी पाम ट्री से चिपककर हुई खड़ी, पुलिस ने समझाकर हटाया: प्राधिकरण ने श्रीकांत त्यागी के फ्लैट के बाहर लगे 10 पाम ट्री हटा दिए हैं। इस दौरान अनु त्यागी और उसके परिजन पेड़ों को पकडक़र खड़े हो गए। अनु त्यागी ने कहा कि उनके पास बिल्डर की एनओसी है। अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई जारी रहेगी। जिसके बाद पुलिस के समझाने पर अनु त्यागी ने और उनके परिजनों ने पेड़ों को छोड़ दिया। प्राधिकरण कर्मचारियों ने पेड़ों को वहां से हटा दिया। इसके अलावा अलेक्जेंडर टावर में बाउंड्रीवॉल को तोड़ दिया गया।

प्राधिकरण अधिकारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना से मचा हडक़ंप: प्राधिकरण की कार्रवाई के दौरान सीईओ ने पुलिस अधिकारी को फोन कर बताया कि उनके दो कर्मचारियों को सोसाइटी के कुछ लोगों ने बंधक बना लिया। सूचना से मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। जाइंट सीपी लव कुमार ने तुरंत सेन्ट्रल नोएडा एसीपी प्रथम को फोन कर घटना के बारे में जानकारी ली। पुलिस जांच में पता चला कि एक अधिवक्ता के फ्लैट के आगे हुए अतिक्रमण को तोडऩे प्राधिकरण दस्ता पहुंचा था। इस दौरान फ्लैट मालिक अधिवक्ता ने प्राधिकरण के दो अधिकारियों से बहस शुरू कर दी। अधिवक्ता को भारी पड़ता देख दोनों अधिकारी वहां से चले गए। एसीपी ने बताया कि बंधक बनाए जाने की बात गलत है।

आखिरकार मांगेराम त्यागी की मांग हुई पूरी: बताया जा रहा है कि जेल में बंद गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी एकबार फिर कॉमन एरिया में पेड़ लगाकर उसका अतिक्रमण करने की कोशिश करने लगी, जिस पर नए सिरे से बखेड़ा शुरू हो गया। विवाद को लेकर सोसाइटी के लोग और अनु त्यागी के पक्ष में भाकियू नेता मांगेराम राम त्यागी व अन्य संगठन से जुड़े सदस्य आमने-सामने आ गए। इस दौरान मांगेराम त्यागी ने नोएडा प्राधिकरण से कहा कि सोसाइटी में हो रहे अन्य अतिक्रमण पर कार्रवाई करने को लेकर अल्टीमेटम दे दिया। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण द्वारा पूरे सोसाइटी की जांच की गई। जिसमें पाया गया कि 132 फ्लैट मालिकों ने ग्राउंड फ्लोर पर अतिक्रमण कर रखा है। इसके बाद सभी लोगों को अतिक्रमण खाली करने के लिए 48 घंटे की मोहलत दी गई थी। वहीं शुक्रवार को हुई प्राधिकरण की कार्रवाई के बाद सोसाइटी के लोग अलग-थलग नजर आए।

प्राधिकरण की कार्रवाई से सोसाइटी की आरडब्ल्यूए में दो फाड़: शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई के बाद वहां की आरडब्ल्यूए में दो फाड़ हो गए। बताया जा रहा है कि एओए की अध्यक्ष को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद एओए अध्यक्ष सोसाइटी के वाट्सअप गु्रप से लेफ्ट हो गई हैं। आरडब्ल्यूए के अन्य पदाधिकारी भी अब इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। सोसाइटी के कुछ लोग अब श्रीकांत त्यागी और अनु त्यागी के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। लेकिन अभी भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं।

बुलडोजर कार्रवाई को श्रीकांत त्यागी की पत्नी ने बताया गलत: श्रीकांत त्यागी की पत्नी अन्नु त्यागी ने बुलडोजर कार्रवाई को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि आज सांसद डॉ. महेश शर्मा क्यों नहीं आए? मुझे बुरा लग रहा है, जिस तरह मेरा घर तोड़ा गया है, उस तरह किसी का घर न तोड़ा जाए। इंसानियत के नाते मेरे साथ जो गलत हुआ, वो किसी के साथ न हो। मेरा फ्लैट लीगल है, उन लोगों का लीगल है। आज जो सोसाइटी के 100 से 150 लोग आए हुए हैं, वो मेरे कहने से नहीं हुए हैं। उनको लगा गलत हो रहा है, तब आए हैं। एक महिला की वजह से हमारे साथ गलत किया गया, लेकिन आज जब सब लोगों के साथ गलत हो रहा है तो वो सामने नहीं आ रही है। फ्लैट तोड़े जाने पर मिठाई बांटने के सवाल पर अनु त्यागी ने कहा कि इन लोगों की इंसानियत मर गई है। इनसे बेहतर तो एक जानवार होता है। पेड़ों का जो मुद्दा उठाया गया था, वो मुद्दा ही नहीं था, पेड़ लगे ही नहीं थे।

यह है पूरा मामला: बता दें कि बीती 5 अगस्त में एक महिला के साथ गाली-गलौच करते एक शख्स का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में दिखने वाला शख्स श्रीकांत त्यागी था,जोकि उस दौरान खुद को बड़े भाजपा नेता की तरह पेश करता था। दरअसल, महिला ने त्यागी के सामने अतिक्रमण को लेकर विरोध दर्ज कराया था, जिसपर वह भडक़ गया और महिला के साथ अभद्रता करने लगा। वीडियो वायरल होने के बाद जब पुलिस पर एक्शन का दवाब बढ़ा तो त्यागी फरार हो गया। कुछ दिनों बाद आखिरकार उसे मेरठ से दबोचा गया। पुलिस हिरासत में श्रीकांत ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उसने आवेश में आकर महिला के साथ बदसलूकी की।

Next Story