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शीघ्र ही पूरक पोषण की मौजूदा आपूर्ति में एक प्रणालीगत परिवर्तन होगा: कैलाश गहलोत

Shantanu Roy
5 Aug 2022 1:14 PM GMT
शीघ्र ही पूरक पोषण की मौजूदा आपूर्ति में एक प्रणालीगत परिवर्तन होगा: कैलाश गहलोत
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नई दिल्ली। दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने आज नजफगढ़ में सैनिक एन्क्लेव, पार्ट- III में एक नए आंगनवाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया। क्षेत्र में नया आंगनवाड़ी केंद्र पूरक पोषण, प्रीस्कूल शिक्षा, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, रेफरल सेवाएं व पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा सहित सेवाओं का एक पैकेज प्रदान करके बच्चों, गर्भवती महिलाओं और नर्सिंग माताओं के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार करेगा। इस आंगनवाड़ी केंद्र में 60 बच्चों और 15 महिलाओं को पहले ही नामांकित किया जा चुका है। आंगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिकाएं ऐसी ज़रूरतमंद महिलाओं व बच्चों को इस नए खुले आंगनबाडी केंद्र में लाने के लिए उनकी पहचान करने के लिए सर्वेक्षण कर रही हैं। यह आंगनवाड़ी केंद्र क्षेत्र की महिलाओं को अपने स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) बनाने के लिए प्रोत्साहन और सुविधा प्रदान करेगा। दिल्ली में 95 परियोजनाओं के तहत 10897 आंगनवाड़ी केंद्र हैं जिनमें लगभग 8 लाख महिलाएं और बच्चे पंजीकृत लाभार्थियों के रूप में पूरक पोषण के हकदार हैं। कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों को एकीकृत और व्यापक सेवा वितरण के लिए सहेली समन्वय केंद्र हब में मिला दिया गया है जो आंगनवाड़ी सेवाओं के मुख्य उद्देश्यों की पूर्ति के अलावा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा भी दे रहीं हैं। सैनिक एन्क्लेव में आंगनबाडी केंद्र स्थानीय महिलाओं को सोशल कैपिटल इन्हान्स्मेंट सहित स्वास्थ्य, पोषण, अधिकार, महिला सुरक्षा और बाल संरक्षण पर सामुदायिक जागरूकता और शिक्षा के लिए सहेली समन्वय केंद्र के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा।


इस अवसर पर बोलते हुए दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, "मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के कुशल नेतृत्व में दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि दिल्ली में आंगनबाडी केंद्रों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से संकटग्रस्त महिला या बच्चे की पहचान हो सके तथा उनकी देखभाल की जाए ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके। जिला कार्यालयों को आंगनबाड़ियों के माध्यम से कमजोर बच्चों की पहचान करने और उन्हें बाल संरक्षण सेवाओं से जोड़ने का निर्देश दिया गया है।" उन्होंने आगे कहा कि हमने एसएचजी और संसाधन संगठनों से ईओआई आमंत्रित किए हैं जिससे शीघ्र ही पूरक पोषण की मौजूदा आपूर्ति में एक प्रणालीगत परिवर्तन होगा और आंगनवाड़ी केंद्रों में लाभार्थियों को परोसे जाने वाले पोषण भोजन की गुणवत्ता में भी सुधार किया जा सकेगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को महिलाओं और बच्चों के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता योजनाओं के लाभ उन तक पहुँचाने के निर्देश दिए तथा उनके (महिलाओं) आर्थिक सशक्तिकरण और कौशल विकास के लिए उन्हें सहेली समन्वय केंद्रों से जोड़ने के भी निर्देश दिए।

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