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समाजसेवी राजेंद्र नागर ने यूपी के सीएम को ग्रेटर नोएडा नियुक्ति घोटाला को लेकर लिखा पत्र

Admin Delhi 1
19 Oct 2022 3:44 PM GMT
समाजसेवी राजेंद्र नागर ने यूपी के सीएम को ग्रेटर नोएडा नियुक्ति घोटाला को लेकर लिखा पत्र
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एनसीआर नॉएडा क्राइम न्यूज़: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में हुए फर्जी नियुक्ति घोटाले की निष्पक्ष जांच की मांग यूपी के सीएम से समाजसेवी राजेंद्र नागर ने पत्र भेजकर की है। राजेंद्र नागर की मांग है कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में 8 साल से एंप्लाइज एसोशिएसन का बगैर चुनाव कराए अध्यक्ष बताने वाले गजेंद्र चौधरी, सीईओ, एसीईओ के स्टाफ अधिकारी और एसीईओ अमनदीप डुली के तबादले किया जाए, तभी निष्पक्ष जांच संभव है।

आखिर कैसे पूरी होगी जांच: उनकी मांग है कि जब तक यह सभी अधिकारी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में प्रभावशाली पदों पर जमे बैठे हुए है, तब तक जांच निष्पक्ष होना संभव नहीं है। क्योंकि गजेंद्र चौधरी ने अपने बेटों, भतीजें, बहू समेत 10 रिश्तेदारों को फर्जी तरीके से नियुक्त कराया है। एसीईओ अमनदीप डुली ने सभी 70 लोगों की भर्ती नियम, कायदे और कानूनों को ताक पर रखकर की है।

अनु सचिव के पत्र का कोई असर नहीं: शासन के अनु सचिव के जांच के लिए भेजे गए पत्र के बाद भी जांच शुरू नहीं हुई, जो जांच समिति एसीईओ प्रेरणा शर्मा की अध्यक्षता में बनी है। उस समिति में खुद भर्ती करने वाले एसीईओ शामिल है। जांच समिति का गठन खुद एसीईओ अमनदीप डुली की ओर से किया गया है।

जांच समिति का गठन हुए 5 दिन बीत गए: राजेंद्र नागर का आरोप है कि उपरोक्त जांच समिति में जब तक एसीईओ शामिल है और रूतबेदार पदों पर बैठे अफसरों का तबादला नहीं हो जाता, तब तक निष्पक्ष जांच संभव नहीं हो सकती है। जांच समिति का गठन हुए पांच दिन बीत गए हैं। शासन के अनु सचिव की ओर से पत्र में भी दो कार्य दिवस में जांच पूरी कर भेजने के आदेश दिए थे। 30 सितंबर को जांच आदेश जारी हुए 18 दिन बाद भी कोई फैसला जांच में नहीं आया है।

बताया अपनी जान का खतरा: फर्जी नियुक्ति घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता और गामा-1 आरडब्ल्यूए के महासचिव राजेंद्र नागर का कहना है कि अब उसे फंसाने का खेल अथॉरिटी में खेला जा रहा है। उसको आंवटित किए गए किसान कोटे के प्लॉट और पैतृक गांव बादलपुर में छोड़ी गई जमीन की जांच की जा रही है। अथॉरिटी के लॉ विभाग की ओर से ओर लैंड विभाग को पत्र जारी किया गया है। यह सब फर्जी नियुक्ति की गई शिकायत से नाराज होकर किया जा रहा है। राजेंद्र नागर ने इस मामले की शिकायत एक बार फिर पीएम, सीएम और पुलिस कमिश्नर से अपने और परिवार की जान की हिफाजत की मांग की है।

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