दिल्ली-एनसीआर

अब तक 370 से अधिक खुल चुकी हैं दुकानें

Admin4
2 Sep 2022 6:19 PM GMT
अब तक 370 से अधिक खुल चुकी हैं दुकानें
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आबकारी विभाग अब राजधानी में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने पर काम कर रहा है। इसको लेकर चार निगमों से सभी कहा गया है कि नए दुकानों के लाइसेंस लेने के बाद दुकान खोलने में ज्यादा समय न लगे। विभाग ने लक्ष्य रखा है कि 20 सितंबर तक दिल्ली के अंदर 500 दुकानें खोल दी जाएं। शुक्रवार तक राजधानी के अंदर 370 से अधिक दुकानें खोली जा चुकी हैं। आबकारी विभाग का कहना है कि हमारे तरफ से करीब 500 लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं लेकिन 100 लाइसेंस बीते एक दो दिनों के अंदर ही जारी किए गए। इसलिए दुकान को तैयार करने में समय लगता है।
बृहस्पतिवार से राजधानी में पुरानी आबकारी नीति के तहत शराब की बिक्री की जा रही है। पहले दिन ही 360 दुकानें खोली जा चुकी थी लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाने पर काम हो रहा है। 31 अगस्त तक ही विभाग ने 440 दुकानों के लाइसेंस जारी किए थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर पांच सौ पहुंच गई है। इसके साथ ही शराब की सप्लाई को बनाए रखने के लिए स्टॉक पर भी ध्यान दिया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 85 लाख बोतलों का थोक में स्टॉक है। इसके साथ ही 45 लाख से अधिक बोतल रिटेल दुकानों पर उपलब्ध है। ब्रांड के हिसाब से देखा जाए तो अब लगभग सभी ब्रांड की शराब दुकानों पर उपलब्ध है। कुछ गिने-चुने ब्रांड ही बचे हैं, जिनके पंजीकरण का काम चल रहा है। इसलिए लोग अपनी पसंद से भी शराब खरीद सकेंगे।
एयरपोर्ट पर नहीं खुल पाईं दुकान
एयरपोर्ट क्षेत्र में अभी तक शराब की दुकान नहीं खुल पाई है। बताया जा रहा है कि वहां पर दुकानों का किराया बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से दुकान खोजने में दिक्कत आ रही है। नई पॉलिसी के तहत भी एयरपोर्ट क्षेत्र में दुकानें खोलने में चार से पांच महीने का समय लग गया था। इसलिए अब पुराने पॉलिसी के तहत निगम को दुकान खोलने में दिक्कत आएगी। ध्यान रहे कि एयरपोर्ट क्षेत्र में पर्यटन विभाग को शराब की दुकानें खोलनी हैं।
होटल, क्लब व रेस्टोरेंट को लेना होगा लाइसेंस
आबकारी विभाग की तरफ से साफ किया गया है कि नई पॉलिसी के तहत जिन होटल, क्लब व रेस्टोरेंट ने 17 नवंबर 2021 को अपने यहां शराब परोसने का लाइसेंस लिया है। अब पुराने पॉलिसी के तहत भी उन्हें लाइसेंस के लिए फिर से आवेदन करना होगा। इसके लिए उन्हें समय से फीस जमा कर आवेदन करना होगा। बड़ी संख्या में होटल व क्लब संचालकों ने फीस जमा कर आवेदन कर दिया।
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