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सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़, 5 सदस्य गिरफ्तार

Admin4
26 Oct 2021 4:01 PM GMT
सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़, 5 सदस्य गिरफ्तार
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दिल्ली में द्धारका जिले के डाबरी इलाके में चल रहे सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. पुलिस ने इस गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- Delhi : द्धारका जिले के डाबरी इलाके में चल रहे सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. पुलिस ने इस गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें इस गैंग की मास्टरमाइंड सोनू सूरी नाम की महिला भी शामिल हैं. गैंग के कुछ और लोगों की तलाश की जा रही है. ये गैंग एक फ्रेंडशिप ऐप के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसाता था और फिर उन्हें अपने ही एक ठिकाने पर ले जाया जाता था. जहां पर नशीला पदार्थ पिलाकर उन्हें बेहोश करने के बाद उन्हें नग्न कर दिया जाता था. जब व्यक्ति होश में आता, तो खुद को महिला और पुरुषों से घिरा हुआ पाता था. ये लोग उस पर दबाव देकर उसे डराते थे कि उसने एक महिला के साथ गलत काम किया है और इसी डर का फायदा उठाकर उस व्यक्ति से लाखों रुपए वसूल कर लिए जाते थे.

दिल्ली पुलिस के 3 फ़ाइल कवर हुए बरामद-
इस गैंग के पास से 1 लाख 78 हजार 400 रुपये बरामद किए गए हैं. साथ ही दिल्ली पुलिस की 3 फ़ाइल कवर, लाल बत्ती और एक एयर गन बरामद की गई है. इसके अलावा 2 डायरी जिनमें 34 लोगों का राजीनामा लिखा हुआ है. जिसका मतलब 34 और लोगों को इस गैंग ने सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाया है.
क्या है मामला-
द्वारका जिले के डीसीपी शंकर चौधरी ने बताया कि 23 सितंबर को डाबरी थाना पुलिस को एक टिंबर व्यवसाई ने शिकायत कर सूचना दी कि एक सेक्सटॉर्शन गैंग ने उनसे डेढ़ लाख रुपये से ज्यादा रकम की वसूली की है. व्यवसाई ने पुलिस को बताया कि 22 सितंबर को पूजा नाम की एक लड़की ने माता चानन देवी अस्पताल के पास से कॉल किया और कहा कि उसे अपने घर का सनमाइका चेंज करवाना है. इसलिए वह अपना घर दिखाना चाहती है. थोड़ी देर बाद ही वह लड़की व्यवसाई के पास आई और उन्हें अपने साथ ले गई. जिस घर में व्यवसाई को ले जाया गया, वहां पर पहले उसे पानी पिलाया गया. पानी पीते ही व्यवसाई बेहोश हो गया और फिर जब उसे होश आया तो वह नग्न-अवस्था में था. उसके आसपास कुछ पुरुष और कुछ महिला खड़े हुए थे. उन सभी ने मिलकर व्यवसाई को कोसना शुरू कर दिया और कहा कि उसने एक लड़की के साथ गलत काम किया है, उसका बलात्कार किया है. व्यवसायी को डराया धमकाया गया. जिसके बाद उससे नकदी वसूल की गई. व्यवसायी चुपचाप अपने घर गया और उसने परिवार को सारी बात बताई. जिसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
जांच में सेक्सटॉर्शन गैंग का हुआ खुलासा, 5 लोग गिरफ्तार-
डीसीपी शंकर चौधरी ने बताया कि मामला गंभीर होने की वजह से इसकी जांच शुरू की गई और इस गैंग के 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. इस गैंग की लीडर सोनू सूरी नामक महिला है. इसके अलावा अन्य आरोपी जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम रेवती देवी और उसका पति वैभव, शीतल व हरविंदर सिंह(60) हैं.
लोगों को टिंडर एप से फंसाते थे-
डीसीपी शकंर चौधरी ने बताया कि ये गैंग टिंडर एप के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसाता था. इस गैंग के सदस्य का नाम शिवानी है. वह टिंडर एप से लोगों का डेटा कलेक्ट करती है और फिर ऐसे लोगों को चिन्हित करती है, जिन्हें वो अपने जाल में फंसा सकते हैं. इसके बाद उनके फोन नम्बर लिए जाते और फिर उन्हें अपने जाल में फंसाने के काम शुरू हो जाता.
गैंग के हर सदस्य का अलग काम होता था-
गैंग के हर सदस्य को अलग-अलग काम सौंपा जाता था. गिरफ्तार हो चुकी आरोपी शीतल लोगों को हनी ट्रैप में फंसाने के काम करती थी. वह फोन पर बात करके लोगों को फंसाती थी. रेवती के घर पर लोगों को लाया जाता था. जहां पर उन्हें नशीला पदार्थ मिला पानी या कुछ और पदार्थ पिलाया जाता था. जब व्यक्ति बेहोश हो जाता तो उसे नग्न कर दिया जाता था. जब वह होश में आता तो गैंग के सदस्य उसके साथ मारपीट करते और फिर उसे धमकाते थे कि उसने लड़की के साथ गलत काम किया है. उसे रेप केस में गिरफ्तार करने की धमकी दी जाती थी. इसके बाद हरविंद्र सिंह कभी जज बन कर तो कभी कानूनी सलाहकार बन कर सामने आता.वहीं इस गैंग के दो अन्य सदस्य वैभव और मुकेश गवाह के तौर पर सामने आ जाते थे. सब मिलकर जाल में फंसे व्यक्ति को इस कदर अपने काबू में कर लेते कि वह चुपचाप मोटी रकम देकर अपनी जान छुड़ाकर भागना चाहता. इस गैंग को ये भी पता था कि रेप के आरोप के चलते कोई न तो पुलिस के सामने जाएगा और न ही किसी और को बताएगा.
सोनी सूरी एनजीओ की आड़ में चलाती है सेक्सटॉर्शन का धंधा-
डीसीपी शंकर चौधरी ने बताया कि इस गैंग की मास्टरमाइंड सोनी सूरी 2013 में रेप के मामले में गिरफ्तार हुई थी. उसे सजा भी हो चुकी है. जेल में रहते हुए उसने अपना एक गैंग तैयार किया और फिर बाहर आकर ये धंधा शुरू कर दिया. उसने 2 एनजीओ भी रजिस्टर कराई हुई है. एनजीओ की आड़ में ही वह ये गोरख धंधा चला रही थी. वह काउन्सलर की भूमिका निभाती थी.


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