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ट्विन टावर को गिराने की 4 सितंबर होगी अंतिम तारीख, इवेक्यूवेशन प्लान के तहत 7000 लोगों को छोडऩा होगा अपना घर
![ट्विन टावर को गिराने की 4 सितंबर होगी अंतिम तारीख, इवेक्यूवेशन प्लान के तहत 7000 लोगों को छोडऩा होगा अपना घर ट्विन टावर को गिराने की 4 सितंबर होगी अंतिम तारीख, इवेक्यूवेशन प्लान के तहत 7000 लोगों को छोडऩा होगा अपना घर](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/08/13/1889837-noida-supertech-towers-16589995843x2.webp)
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली से सटे नोएडा में सुपरटेक के दोनों इमारतों को 28 अगस्त को ध्वस्त किया जाएगा। इसे चार सितंबर तक बढ़ाया जा सकता है। यानी 28 अगस्त के बाद सात दिन का बफर लिया गया है। पहले इसे 21 अगस्त को तोड़ा जाना था। लेकिन सीबीआरआई से क्लीयरेंस और सुपरटेक की ओर से अब तक स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट नहीं मिलने से दोनों इमारतों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू नहीं हो सका था। कल (शुक्रवार) को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई हुई। जिसके बाद ये निर्देश दिए गए। इमारत को तोडऩे के लिए 3700 किलो विस्फोटक लाया जाना है। इसके लिए दो अगस्त को पुलिस कमिश्नरेट की ओर से एडिफिस कंपनी को एनओसी जारी कर दी है। आज से दोनों इमारतों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। विस्फोटक रोजाना 15 दिनों तक पलवल से नोएडा सेक्टर-93ए लाया जाएगा। इसमें दो गाडिय़ां होंगी। एक डेटोनेटर और दूसरी विस्फोटक की। रोजाना 250 किलो विस्फोटक लगाया जाएगा। ये काम 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। दोनों टावरों में करीब 10 हजार सुराख किए गए है। इनमें विस्फोटक भरने का काम सिर्फ दिन में किया जाएगा। प्रत्येक टावर के एक सुराख में 1.375 किलो से ज्यादा विस्फोटक नहीं डाला जाएगा। ब्लास्ट दो प्रकार का होगा प्राइमरी और सेकंड्री एपेक्स में 11 और सियान में 10 प्राइमरी ब्लास्ट होंगे। जबकि दोनों टावरों में 7-7 सेकंड्री ब्लास्ट होंगे।
7000 लोगों को छोडऩा होगा घर: सुपरटेक के दोनों टावरों को ध्वस्त करने से पहले 7000 हजार लोगों को अपना घर छोडऩा होगा। इसे इवेक्यूवेशन प्लान में शामिल किया गया है। एडिफिस इंजीनियरिंग और पुलिस प्रशासन यही चाहता है। उनका कहना है कि ब्लास्ट के दिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों को 100 मीटर रेडियस से बाहर करना काफी मशक्कत का काम है। टावरों को ब्लास्ट करने से पहले सुपरटेक एमराल्ड के 14 टावरों में 660 फ्लैट और एटीएस में 736 फ्लैट बने है। इन फ्लैटों में सामान को छोडक़र सभी लोग और पालतू जानवरों को भी यहा से जाना होगा। 100 मीटर की रेडियस में बेसमेंट और सरफेस पार्किंग खाली रहेंगे। इन वाहनों को दूसरे स्थान पर खड़ा करना होगा। ये एडवाइजरी एडिफिस की ओर जारी की गई है।
100 करोड़ का हुआ बीमा: आसपास की इमारतों के डैमेज के 100 करोड़ रुपए का बीमा और अंडरग्राउंड पाइप लाइन के लिए 2.5 करोड़ का बीमा कराया गया। विस्फोटक देने वाली कंपनी टावरों तक विस्फोटक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्ट देने को तैयार है इसकी सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। सीबीआरआई को सभी तरह की टेक्निकल रिपोर्ट दी जा चुकी है। 15 अगस्त तक स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट दी जाएगी ये रिपोर्ट सुपरटेक देगा।
फाइनल ब्लास्ट से पहले की तैयारी: सुपरटेक के तीन टावर और 4 एटीएस को कर्टेन के कवर किया जाएगा। ये काम फाइनल डे के दिन किया जाएगा। क्योंकि से फाइबर धूल और डैमेज को रोकेगा। फाइनल ब्लास्ट से दो दिन पहले चेन्नई आईआईटी के 10 लोगों की टीम वाइब्रेशन चेक करने आ जाएगी। सुपरटेक के निवासियों को क्या करना है क्या नहीं फाइनल ब्लास्ट से पहले उनके साथ बैठक की जाएगी। ट्रैफिक जोन, पुलिस की तैनाती, इवेक्यूवेशन प्लान , मॉक ड्रिल फाइनल ब्लास्ट से तीन दिन पहले होगी। विस्फोटक लगाने के साथ साथ सुपरटेक दोनों टावरों में लगी लिफ्ट को अलग किया जाएगा