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प्लास्टिक को जल्द से जल्द कहें ना, या भारी जुर्माने के लिए रहे तैयार
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली सरकार द्वारा 1 जुलाई 2022 से प्लास्टिक से बनी 19 वस्तुओं जोकि 5 केटेगरी में बांटी गई हैं उनके प्रयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि 10 जुलाई 2022 तक लोगों को जागरूक करने व प्लास्टिक का प्रयोग ना करने के लिए जुर्माने पर छूट दी गई थी। लेकिन सोमवार से प्रतिबंधित प्लास्टिक की वस्तुओं पर पूरी तरह रोक ही नहीं बल्कि इनका प्रयोग करते हुए यदि कोई पाया जाता है तो उस पर जुर्माना किए जाने का भी प्रावधान रखा गया है। यह जुर्माना 5 हजार से लेकर 1 लाख रूपए तक का होगा। इसलिए यदि आप बाजार जाते हैं और कोई भी वस्तु आपको सिंगल यूज प्लास्टिक की पॉलीथिन में दी जाती है तो उसे ना कहें। बता दें कि सिर्फ दुकानदार ही नहीं बल्कि खरीदार भी इसके लिए कसूरवार माना जाएगा।
नगर निकायों द्वारा साल 2021 से चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान: मालूम हो कि सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को बंद करने के लिए साल 2021 से ही जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके बाद 1 जुलाई से इस पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि दिल्ली की सभी बड़ी मार्किटों में नगर निकायों के जागरूकता अभियान का प्रभाव दिख रहा है और यहां कागज व कपड़े के थैलों में दुकानदार प्रत्येक वस्तु खरीदारों को दे रहे हैं। लेकिन अभी भी साप्ताहिक बाजारों व मोहल्ले की दुकानों में जागरूकता का अभाव दिखाई दे रहा है। ये भी सच है कि जब तक खरीदार सिंगल यूज प्लास्टिक में सामान लेने से मना नहीं करेंगे तब तक पूर्ण रूप से प्रतिबंध का असर नहीं दिखाई देगा।
जाने क्या हैं नुकसान: एकत्र सिंगल यूज प्लासिटक को एकत्र करना काफी मुश्किल काम है। यही वजह है कि कूड़ा बीनने वाले इसे एकत्र नहीं करते हैं, जब इसे कचरे को एकत्र नहीं किया जाता तो इसका निपटान करना सबसे बड़ी समस्या बन गया है।
पशु पॉलीथिन खाकर मर रहे हैं: गली-मोहल्लों खासकर अनाधिकृत कॉलोनियों में खाली पड़े प्लाटों में लोग अपने घरों का कचरा फेंक देते हैं। या फिर ढलावों के पास पड़े कचरे से पशु खाने की वस्तुओं के साथ पॉलीथिन खाकर मर रहे हैं।
नालियां होती हैं जाम: पॉलीथिन उड़कर नाले-नालियों को पूरी तरह जाम कर देती हैं। जिसके चलते बारिश में जल-जमाव या सीवर ओवर फ्लो होकर गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है। दिल्ली के बड़े नालों के किनारे व अंदर भी पॉलीथिन का अंबार देखा जा सकता है।
वायु प्रदूषण की वजह है प्लास्टिक: कई इलाकों में खासकर जहां प्लास्टिक की कटलरी बनाई जाती है, वहां प्लास्टिक के कचरे को खुले में अभी भी जलाया जा रहा है। जिससे वायु प्रदूषण फैलता है। कुछ लोग भी अपने घरों का कूड़ा बाहर जलाते हैं जिसमें प्लास्टिक भी मौजूद होता है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक: सिंगल यूज प्लास्टिक सिर्फ पर्यावरण ही नहीं बल्कि मानव शरीर के लिए भी काफी घातक होता है। अकसर लोग गर्म खाना या जो डिलीवरी फूड मंगवाते हैं उसमें गर्म वस्तुओं को प्लास्टिक में पैक किया जाता है जिससे लीवर व किडनी की बीमारी होती है।