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सट्टा किंग ने गिरफ्तार होने पर कहा: स्पेशल सीपी को भी देता हूं हिस्सा, डीसीपी को मिली जांच की जिम्मेदारी
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली पुलिस यमुनापार के सक्रिय सट्टा गिरोह पर लगातार प्रहार करते हुए इस नैक्सेस को तोडऩे में लगी है। गत दिनों में पुलिस ने कई सट्टा संचालकों को गिरफ्तार किया है। इन्हीं में से एक सट्टा संचालक को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वह पुलिस अधिकारियों को ही हडक़ाने लगा। उसने पुलिस कर्मियों को धमकी दी की वह उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई करवा देगा क्योंकि वह अपनी कमाई में से एक बड़ा हिस्सा दिल्ली पुलिस के एक स्पेशल सीपी को देता है। जब उक्त आरोपी ने उस स्पेशल सीपी का नाम बताया तो महमें में हडक़ंप मच गया। तत्काल इसकी सूचना दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को दी गई।
सीपी ने तत्काल दिए जांच के आदेश: इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर ने इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को दे दिया है। हलांकि इस पूरी जांच का जिम्मा एक डीसीपी रैंक के अधिकारी को दिया गया है, जांच अधिकारी को जल्द से जल्द मामले की रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गए हैं कि आरोप लगाने वाले सट्टा संचालक ने जो बयान दिया है, वह सच है या किसी के दबाव में आकर बड़े अधिकारी का नाम ले रहा है। क्योंकि जिस अधिकारी का सट्टा गैंग से नाम जोड़ा जा रहा है, वह दिल्ली पुलिस के कई प्रमुख पदों पर रहने के साथ ही वर्तमान में भी एक महत्वपूर्ण पद पर तैनात हैं।
दिल्ली में होने वाले अवैध सट्टा कारोबार का ज्यादातर रैकेट का संचालन यमुनापार से किया जाता है। इसमें कई बड़े अपराधी भी संलिप्त हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार की बड़े गिरोह की फंडिग भी इसी माध्यम से होती है। अपराधियों के फंडिंग के इस नैक्सेस को तोडऩे के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के निर्देश पर पुलिस ने इनके खिलाफ अभियान की शुरुआत की थी। इसी के परिणाम स्वरूप स्थानीय पुलिस के साथ ही दिल्ली पुलिस की अन्य यूनिट की टीमें भी इसमें लग गई थी और कई बड़े रैकेट संचालकों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई। इसी दौरान आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।
लगातार हो रही है पूछताछ: इधर बयान के बाद आरोपी सट्टा संचालक से लगातार पूछताछ के साथ ही उससे दिए गए बयान की जांच की जा रही है। उससे जानकारी प्राप्त करने के प्रयास किये जा रहे हैँ। इस जांच में यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि उक्त वरिष्ठ अधिकारी की छवी को धुमिल करने को लेकर कोई साजिश तो नहीं है। क्योंकि खुद इस मामले पर पुलिस कमिश्नर नजर रखे हुए हैं, ऐसे में हर छोटी से छोटी जानकारी की बारीकी से जांच की जा रही है। जांच में सहयोग के लिए एक टेक्निकल टीम को भी लगाया गया है, जो आरोपी द्वारा दिए जाने वाले जानकारी को क्रॉस चेक कर रही है। वहीं आरोपी के फोन की भी स्केनिंग कर पता लगाया जा रहा है कि व किन लोगों के साथ संपर्क में है।