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जेवर एयरपोर्ट में रनवे का काम शुरू, विदेश के लिए मिलेगी सीधी फ्लाइट, देश का पहला ट्रांजिट हब भी बनेगा

Renuka Sahu
25 Jun 2022 2:42 AM GMT
Runway work started at Jewar airport, direct flight will be available for abroad, countrys first transit hub will also be made
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फाइल फोटो 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के रनवे का काम शुक्रवार को शुरू हो गया। वहीं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के रनवे का काम शुक्रवार को शुरू हो गया। वहीं एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब विकसित करने की योजना भी बनाई जा रही है। इसके तहत किसी बड़ी एयरलाइंस से समझौता किया जाएगा। हब बनने के बाद उसकी सभी फ्लाइट यहां से होकर गुजरेंगी। यानी विदेशी के लिए सीधी फ्लाइट मिल सकेगी। नोएडा इंटरनेशन एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने यह सुझाव विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटनरेशनल एयरपोर्ट प्रा.लि (वाईआईएपीएल) को दिया है।

सुझाव में बताया गया कि इसके लिए किसी बड़ी एयरलाइंस से समझौता होता है। समझौता करने वाली एयरलाइंस अन्य एयरलाइंस को अपने साथ जोड़ती है। हब बनने के बाद उसकी सभी फ्लाइट यहां से होकर गुजरेंगी। मान लीजिये किसी बड़ी विदेशी एयरलाइंस इसके लिए आगे आती है तो उसकी सभी फ्लाइट यहां आएंगी। इससे यात्रियों को भी फायदा मिलेगा। ट्रांजिट हब बनने से एयरपोर्ट में फ्लाइट का आना-जाना अधिक होगा। जब फ्लाइट अधिक आएंगी तो रोजगार के अवसर अधिक बनेंगे। व्यापार भी बढ़ेगा। इसलिए यह हब बनने से अनेक फायदे मिलेंगे।
यह भी हो सकता है लागू
अगर आप घरेलू उड़ान के लिए एयरपोर्ट पहुंचते हैं तो सुरक्षा जांच करानी पड़ती है। गंतव्य के बाद फिर आप दूसरी घरेलू फ्लाइट पकड़ते हैं तो फिर आपकी सुरक्षा जांच होगी, जबकि कई देशों में एक बार जांच का प्रावधान है। वाईआईएपीएल ने नियाल के अफसरों से अनुरोध किया है कि इस पर फिर विचार किया जाए। यह बेहतर और समय व स्टाफ की बचत भी होगी। नियाल के अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वह एक बार फिर संबंधित अफसरों से वार्ता करेंगे।
ज्यूरिख एयरपोर्ट की सुविधाओं को देखा
पेरिस के बाद नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह व नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के साथ ज्यूरिख एयरपोर्ट को भी देखने गए। एयरपोर्ट की सुविधाओं को देखा।
लेवलिंग का काम शुरू
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने शुक्रवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के रनवे का काम शुरू हो गया। सबसे पहले लेवलिंग का काम शुरू हुआ है। एयरपोर्ट की चारदीवारी पहले ही लगभग पूरी हो चुकी है। सितंबर 2024 में यहां से उड़ान शुरू हो जाएंगी। देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट के विकास का जिम्मा स्विस कंपनी को दिया गया है। स्विस कंपनी ने भारत में काम करने के लिए यमुना इंटनरेशनल एयरपोर्ट प्रालि (वाईआईएपीएल) नाम से एसपीवी बनाया है। यह कंपनी यहां पर काम कर रही है।
काम समय से पूरा होगा
इस ग्रुप की सीईओ डॉ. मंजू गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार से रनवे का काम शुरू कर दिया गया है। सारी मशीनरी पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि काम को तय समय में पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर नवकार ग्लोबल ग्रुप के एमडी धर्मेंद्र साध, निदेशक अनिल, नितिन, सीपी अरोड़ा समूह के प्रबंध निदेशक करुण अरोड़ा आदि उपस्थित रहे। जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में मूर्त रूप ले रहा है। विकासकर्ता कंपनी ने सबसे पहले चारदीवारी का काम शुरू किया। चारदीवारी का काम लगभग पूरा हो चुका है।
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