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50 हजार का था इनाम घोषित, हत्या में शामिल मां और दो बेटी छह साल बाद गिरफ्तार
छह साल पहले पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पांच आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही घटना में नाबालिग को भी पकड़ लिया। जबकि तीनों महिलाएं वारदात के बाद से फरार हो गई। तीनों आरोपी महिलाएं लगातार अपना पता बदल रही थी।
मंगोलपुरी इलाके में छह साल पहले कार को रास्ता देने को लेकर विवाद में एक शख्स की हत्या में फरार घोषित मां और दो बेटियों को अपराध शाखा ने त्रिलोकपुरी से गिरफ्तार कर लिया है। तीनों महिला पर 50 हजार का इनाम था। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपी और एक नाबालिग को पहले ही पकड़ लिया था। जबकि आरोपी तीन महिलाएं घटना के बाद से फरार थी।
पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि गिरफ्तार महिलाओं की पहचान मंगोलपुरी निवासी ममता, वर्षा और उसकी मां प्रकाशी के रूप में हुई है। साल 2016 के 13 मार्च को मंगोलपुरी निवासी प्रकाश ने कार को रास्ता देने को लेकर पड़ोसियों से झगड़ा होने की शिकायत की थी।
मौके पर पहुंची पुलिस को प्रकाश ने बताया कि झगड़े के दौरान हरि कृष्ण, वीर सिंह, सौरव, प्रेम सिंह, बृज मोहन, ममता, वर्षा और प्रकाशी और एक नाबालिग उनके घर घुसकर मारपीट की थी। इस दौरान हमलावरों ने परिवार के सदस्यों पर डंडों और तलवारों से हमला किया था। घायलों में से एक ग्यासा राम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पांच आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही घटना में नाबालिग को भी पकड़ लिया। जबकि तीनों महिलाएं वारदात के बाद से फरार हो गई। तीनों आरोपी महिलाएं लगातार अपना पता बदल रही थी। पुलिस ने अदालत से तीनों को भगोड़ा करार करने के बाद उनपर पचास हजार का इनाम घोषित कर दिया। हवलदार सुनील लगातार इस मामले की जांच में जुटे थे। 1 सितंबर को पुलिस को तीनों महिलाओं के त्रिलोकपुरी इलाके में छुपे होने की जानकारी मिली। पुलिस की टीम ने 13 ब्लॉक के एक मकान पर दबिश देकर तीनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
जांच में पता चला कि ममता 5वीं पास है और हत्या करने के बाद वह अपनी मां प्रकाशी और बहन वर्षा के साथ गाजियाबाद में रहने लगी और फिर यूपी के फिरोजाबाद में रहने लगी। फरारी के दौरान उसने विनीत से शादी कर ली। उसकी एक बेटी है। बाद में वह अपनी मां और बहन के साथ दिल्ली के त्रिलोक पुरी में रहने लगी।