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चिकित्सकों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम पर पुस्तक का विमोचन

Admin Delhi 1
19 Oct 2022 1:23 PM GMT
चिकित्सकों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम पर पुस्तक का विमोचन
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दिल्ली न्यूज़: स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से जुड़े कुछ प्रमुख संस्थानों ने इस क्षेत्र के पेशेवरों पर हिंसा को एक गंभीर चुनौती के रूप में लेते इसके लिए एक मुहिम चलाई जो एक पुस्तक के रूप में सामने आयी है। 'पेरील्स इन प्रैक्टिस: प्रिवेंशन ऑफ वायलेंस अगेंस्ट हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स' शीर्षक वाली यह पुस्तक उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मियों को स्वास्थ्य संस्थानों में हिंसा की चुनौतियों का सामना करने, उनकी सुरक्षा (अधिक प्रभावी संचार सहित) पर एक पथ-प्रदर्शिका के रूप में प्रस्तु की गयी है। द एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स – इंडिया (एएचपीआई), और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (इंस्टीटूशनल और इंडिविजुअल ) के साझा प्रयास से आयी इस पुस्तक का मंगलवार को विमोचन पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन किया गया। एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस पुस्तक का विचार स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा (42) की आत्महत्या की त्रासदी से उठा। राजस्थान के दौसा जिले में लालसोट में आनंद अस्पताल की इस चिकित्सिका ने आठ महीने पहले लगातार प्रताड़ना के बाद आत्म हत्या कर ली थी।

एएचपीआई और आईएमए ने कहा है कि इस कठिन मुद्दे पर प्रकाश डालने के लिए इस पुस्तक पर एक साथ काम किया है। इन संगठनों ने कहा है कि वे संघ संयुक्त रूप से 10,000 से अधिक अस्पतालों और 3,75,000 डाक्टरों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने बयान में कहा है हेल्थकेयर सेक्टर की सबसे गंभीर समस्या – हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के खिलाफ हिंसा से निपटने के लिए एक साथ आए हैं। राजधानी में यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया में पुस्तक के विमोचन समारोह में बोलते हुए, एएचपीआई और आईएमए के अध्यक्ष डॉ अलेक्जेंडर थॉमस और डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने भारत में स्वास्थ्य कर्मियों की स्थिति पर निराशा व्यक्त की। आज और परिवर्तन की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।

इस पुस्तक के प्रकाशन के साथ संगठनों के बीच संबंधों को मजबूत करने के साथ, उन्हें उम्मीद थी कि यह संवेदीकरण और सशक्तिकरण की दिशा में एक राष्ट्रीय आंदोलन की शुरुआत होगी। पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रति सूदन ने सिफारिश की कि स्थिति को सुधारने में पहला कदम डॉक्टर और रोगी के बीच मध्यस्थता के लिए एक लोकपाल की नियुक्ति हो।

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