दिल्ली-एनसीआर

दिल्ली-एनसीआर में 2 दिन से बारिश लगातार जारी, जगह जगह पानी भरने से ट्रैफिक जाम की समस्या

Admin Delhi 1
24 Sep 2022 6:21 AM GMT
दिल्ली-एनसीआर में 2 दिन से बारिश लगातार जारी, जगह जगह पानी भरने से ट्रैफिक जाम की समस्या
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दिल्ली न्यूज़: राजधानी में पिछले दो दिन से लगातार हो रही हल्की व मध्यम बारिश से गर्मी से राहत मिली है,तो वहीं जनजीवन पटरी से उतर गया है। बारिश के चलते यातायात भी प्रभावित हुआ है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में सितम्बर के महीने की आधे से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। इसके चलते अभी तक सितम्बर के महीने में सामान्य से कम हुई बारिश सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड की जा चुकी है। मौसम केंद्र ने पश्चिमी विक्षोभ और निम्न दबाव क्षेत्र को भारी बारिश का कारण बताया है। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार आसमान में बादल छाए रहेंगे। अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ बौछारे पडऩे या मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है। एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। राजधानी के मौसम के लिए अधिकृत सफदरजंग वेधशाला में एक सितम्बर से 22 सितम्बर सुबह साढ़े आठ बजे तक सामान्य 108.5 मिलीमीटर बारिश के मुकाबले 58.5 मिलीमीटर बारिश हुई थी।


वहीं कल (शुक्रवार) सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 72. मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस तरह एक सितम्बर से 23 सितम्बर तक दिल्ली में 130.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है,जबकि सितम्बर में सामान्यत:दिल्ली में 125.5 मिलीमीटर बारिश होती है। राजधानी के अन्य इलाकों की बात करें तो सुबह साढ़े आठ बजे तक सबसे ज्यादा बारिश आयानगर में 106.2 मिलीमीटर दर्ज हुई। वहीं पालम में 102 मिलीमीटर, एसपीएस मयूर विहार में 75 मिलीमीटर, लोधीरोड 71.4 मिलीमीटर,पूसा 51 मिलीमीटर, रिज में 41 मिलीमीटर और नजफगढ़ में 30 मिलीमीटर बारिश हुई है। शुक्रवार को दिन भर हुई बारिश के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई और वह सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात में हुई बारिश के चलते न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई और सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। पिछले 24 घंटों में राजधानी की हवा में नमी का स्तर अधिकतम 100 प्रतिशत और न्यूनतम 95 प्रतिशत रहा। सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सफदरजंग में 8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। अन्य इलाकों की बात करें तो इस अवधि में सबसे ज्यादा बारिश पालम में 30 मिलीमीटर और आयानगर में 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।


आईएमडी ने मंगलवार को कहा था कि दक्षिण- पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे कुछ के हिस्सों से दक्षिण पश्चिमी मानसून वापस लौट गया है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी अपने सामान्य समय 17 सितंबर से तीन दिन बाद हुई। आमतौर पर, पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी के बाद दिल्ली से मानसून के लौटने में करीब एक सप्ताह का समय लगता है। मौसम विज्ञान विभाग पांच दिन तक बारिश न होने, क्षेत्र में प्रति चक्रवात के बनने और पूरी तरह शुष्क मौसम होने पर दक्षिण- पश्चिम मानसून की वापसी की घोषणा करता है।

ट्रैफिक जाम और जलभराव ने किया परेशान: दिल्ली में लगातार हो रही बारिश ने शुक्रवार सुबह भी सवेरे अपने कामकाज पर जाने के लिए घरों से निकले लोगों को भारी मुसीबत में डाल दिया। बारिश की वजह से दिल्ली के तमाम प्रमुख इलाकों में और प्रमुख सड़कों पर वॉटरलॉगिंग हो गई और उसकी वजह से जगह- जगह भारी जाम लग गया, जिसमें लोग घंटों फंसे रहे। इस दौरान सबसे ज्यादा दिक्कत पैदल चलने वालों, साइकिल चालकों और दुपहिया सवारों को उठानी पड़ी। जलभराव की वजह से कहीं पर गाडिय़ां खराब होकर रुक गईं, तो कहीं पेड़ टूटने या सड़कों में गड्ढों की वजह से ट्रैफिक की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। कई इलाकों में तो वाहनों की दो-दो किमी लंबी कतारें भी लगी नजर आई।

इन जगहों पर सबसे ज्यादा वॉटरलॉगिंग

1. शांति वन पर हनुमान सेतू के पास हनुमान मंदिर कैरिजवे के पास

2. लिबासपुर अंडरपास

3. महारानी बाग तैमूर नगर कट

4. सीडीआर चौक, मेहरौली गुरुग्राम की ओर

5. अंधेरिया मोड़ वासंत कुंज की ओर

6. निजामुद्दीन ब्रिज के नीचे

7. सिंघु बॉर्डर पर पेट्रोल पंप के पास

8. एमबी रोड की ओर सैनिक फार्म कैरिजवे

लोगों ने दिनभर की शिकायतें: ट्रैफिक जाम के अलावा, कई ट्विटर यूजर्स ने ट्रैफिक सिग्नल के काम न करने की भी सूचना दी। जिसकी वजह से ट्रैफिक अव्यवस्था और बढ़ रही है। ज्यादातर यूजर्स ने अपने ट्वीट में ट्रैफिक पुलिस के हैंडल को टैग किया। एक यात्री ने कहा कि नांगलोई में भारी ट्रैफिक है। एक अन्य ने पुलिस से बटला हाउस से ओखला तक भारी ट्रैफिक का नियंत्रण करने का अनुरोध किया। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से सभी शिकायतकर्ताओं को जवाब दिया। साथ ही संबंधित क्षेत्र के टीआई को इन समस्याओं के बारे में सूचित किया। रिप्लाई मैसेज में टीआई के संपर्क नंबरों का भी उल्लेख किया गया।

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