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राहुल गांधी के सियासी करियर को मिली संजीवनी

Shreya
5 Aug 2023 1:01 PM GMT
राहुल गांधी के सियासी करियर को मिली संजीवनी
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नई दिल्ली: कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए शुक्रवार का दिन शुभ समाचार लेकर आया। मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राहुल गांधी के सियासी करियर को संजीवनी मिल गई है। राहुल को राहत मिलने से कांग्रेस का जोश हाई है और कांग्रेस नेताओं के हौसले काफी बुलंद हो गए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। कांग्रेस के नेताओं ने इसे लोकतंत्र की जीत बताते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े तथा महासचिव प्रियंका गांधी वढेरा सहित पार्टी के कई नेताओं ने शुक्रवार को पार्टी नेता राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने संबंधी उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए इसे सत्य की जीत बताया। श्री खडग़े ने ट््वीट किया कि सत्य की ही जीत होती है। हम श्री गांधी को राहत देने वाले माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं। न्याय मिल गया है। इस न्याय से लोकतंत्र की जीत हुई है और इससे संविधान को बचा लिया गया है।

इस फैसले से श्री गांधी के खिलाफ भाजपा की साजिश का खुलासा हुआ है। उसके लिए विपक्षी नेताओं को दुर्भावनापूर्ण तरीके निशाना बनाना बंद करने का समय आ गया है। समय आ गया है कि वे लोगों के जनादेश का सम्मान करें और देश को सुशासन दें जिस पर वे अपने 10 साल के कार्यकाल में बुरी तरह विफल रहे हैं। श्रीमती वढेरा ने कहा कि भगवान बुद्ध ने कहा था तीन चीजों, सूरज, चंद्रमा, सत्य, को छिपाया नहीं जा सकता। माननीय उच्चतम न्यायालय को न्यायपूर्ण फैसला देने के लिए धन्यवाद। सत्यमेव जयते। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम श्री गांधी को राहत देने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं। न्याय की जीत हुई है। यह श्री गांधी के दृढ़ विश्वास की भी जीत है। कोई भी ताकत जनता की आवाज को दबा नहीं सकती। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सत्य और न्याय की पुष्टि करने वाला है। भाजपा की पूरी मशीनरी के निरंतर प्रयासों के बावजूद श्री गांधी ने हार मानने, झुकने या दबने से इनकार करते हुए न्यायिक प्रक्रिया में अपना विश्वास जताया। यह भाजपा और उनके गुलामों के लिए एक सबक है, आप भले ही सबसे घटिया हरकत कर सकते हैं लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे। हम एक सरकार और एक पार्टी के रूप में आपकी विफ़लताओं को सामने लाना और उन्हें उजागर करना जारी रखेंगे। हम अपने संवैधानिक आदर्शों को कायम रखेंगे और अपनी संस्थाओं में विश्वास बनाए रखेंगे जिन्हें आप पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं।

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इस फैसले ने एक बार फिर आम लोगों का सुप्रीम कोर्ट में, लोकतंत्र, संवैधानिकता और सत्य की जीत के सिद्धांत में विश्वास बहाल कर दिया है। वहीं कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसला से विपक्षी गठबंधन और भी मजबूत व ताकतवर होगा। राहुल गांधी विपक्षी गठबंधन इंडिया के महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं। राहुल से गठबंधन को बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। साथ ही सचिन पायलट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी और विपक्षी गठबंधन को ताकत।

सियासी कद बढऩा तय

सुप्रीम कोर्ट से राहत के बाद राहुल गांधी का सियासी कद बढऩा तय है, लेकिन विपक्षी दल क्या उन्हें पीएम चेहरे के तौर पर स्वीकार करेंगे। यह कहना मुश्किल है, क्योंकि नीतीश कुमार से लेकर ममता बनर्जी, शरद पवार तक रेस में हैं। हालांकि, राहुल गांधी ने जिस तरह से अपनी छवि को बदला है, उससे देश में उनकी लोकप्रियता भी बढ़ी है। ऐसे में अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी दोबारा से रेस में लौट सकते हैं, क्योंकि कांग्रेस नेता मानते हैं कि राहुल गांधी की छवि विपक्ष के दूसरे नेताओं से ज्यादा है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जिसका आधार देश भर में है।

मनमानी करने वालों को झटका

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अब उनको संसद संसद से दूर रखने का कोई कारण नहीं है। ये मनमानी करने वालों के लिए झटका है। उन्होंने ये उम्मीद भी जताई कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी सदन में मौजूद रहेंगे।

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