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137 दिन बाद संसद लौटे राहुल गाँधी अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा

Harrison
8 Aug 2023 6:55 AM GMT
137 दिन बाद संसद लौटे राहुल गाँधी अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा
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दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज (8 अगस्त) से लोकसभा में बहस शुरू हुई । दोपहर 12 बजे से चर्चा शुरू है. अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के खिलाफ बोलने वाले पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हो सकते हैं, जो सदस्यता खारिज होने के 137 दिन बाद दोबारा संसद परिसर में आए. हालाँकि, 26 जुलाई को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस वजह से उन्हें पहले बोलने का मौका मिलेगा, लेकिन वह अपनी जगह राहुल को चर्चा शुरू करने का मौका दे सकते हैं. अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी मणिपुर हिंसा से लेकर अडानी ग्रुप तक के मुद्दों पर पीएम मोदी को घेरेंगे. पीएम मोदी गुरुवार 10 अगस्त को शाम 4 बजे अविश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष को जवाब दे सकते हैं.
अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिनों तक बहस चलेगी
मोदी सरकार के पहले अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिनों तक बहस होगी. लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने इसके लिए 8 अगस्त से 10 अगस्त तक का समय तय किया है. मंगलवार दोपहर 12 बजे बहस शुरू होगी और शाम 7 बजे तक पक्षों को सुना जाएगा. इसके बाद बुधवार को भी दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक चर्चा होगी. राज्यसभा में दिल्ली सर्विस एक्ट पर विपक्ष पर तंज कसने वाले गृह मंत्री अमित शाह 9 अगस्त यानी बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे. प्रधानमंत्री मोदी आखिरकार गुरुवार शाम 4 बजे विपक्ष के सभी आरोपों का जवाब देंगे. इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हो सकेगा.
क्या इस बार भी दिखेगा राहुल के 'गले लगाने' और 'आंखें मिलाने' का नजारा?
पीएम मोदी के पिछले कार्यकाल के दौरान भी एक बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. 2018 में मानसून सीजन के दौरान ही यह प्रस्ताव पेश किया गया था. उस अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी ने संसद में 1 घंटे से ज्यादा समय तक सरकार पर हमला बोला था. हालांकि, इस हमले से ज्यादा चर्चा उनके 'आलिंगन' और 'आंखें मिलाने' की हुई. दरअसल, राहुल गांधी अपना संबोधन खत्म करने के बाद अचानक लोकसभा में सत्ता पक्ष की सीटों पर पहुंच गए, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को गले लगा लिया. इसके बाद वह मुस्कुराते और आंख मारते नजर आए. वैसे तो 5 साल में राहुल की राजनीतिक शैली काफी बदल गई है, लेकिन इस बार वह क्या करते हैं, इस पर सबकी नजर रहेगी.
राहुल इन मुद्दों पर सरकार को घेर सकते हैं
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, राहुल गांधी मणिपुर से लेकर अडानी तक के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरेंगे. राहुल गांधी ने जून में मणिपुर का दौरा किया था और उस दौरान वहां की हिंसक स्थिति देखी थी. उन्होंने राहत शिविरों में लोगों से भी मुलाकात की. राहुल संसद में जब भी मौका मिलता है अडानी समूह के बारे में बात करते रहे हैं। इसके अलावा वे बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार पर हमला कर सकते हैं।
बीजेपी ने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है
अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को 7 अगस्त से 11 अगस्त तक सदन में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया है. संसद में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के 20 वक्ताओं के अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने की संभावना है, जिसमें बीजेपी नेताओं के अलावा अन्य सहयोगी दलों के भी कई नाम शामिल हैं.
वोटों का गणित मोदी सरकार के पक्ष में है
2018 में अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार को 199 वोटों से एकतरफा जीत मिली थी. एनडीए में बीजेपी की सहयोगी टीडीपी ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसमें एनडीए को 325 और विपक्ष को 126 वोट मिले। इस बार भी वोटों का गणित मोदी सरकार के पक्ष में है. सदन में बहुमत का आंकड़ा 272 सीटों का है, जबकि बीजेपी के पास 301 सांसद हैं. इसके अलावा एनडीए के अन्य दलों के सांसद भी मौजूद हैं.
मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी को सदन में बुलाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव
लोकसभा में नंबर गेम ही मुख्य कारण है कि कांग्रेस अपने पक्ष में न होते हुए भी अविश्वास प्रस्ताव लायी। दरअसल, कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में आकर मणिपुर में हुई हिंसा पर बयान दें, लेकिन सरकार उनकी इस मांग को खारिज कर रही है. यही कारण है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी को सदन में बोलने के लिए मजबूर करने के लिए मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है।
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