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दिल्ली सीमा सील करने की तैयारी: टिकैत बोले, पांच दिन बाद कुछ भी हो सकता है

Admin Delhi 1
2 Jun 2023 4:37 AM GMT
दिल्ली सीमा सील करने की तैयारी: टिकैत बोले, पांच दिन बाद कुछ भी हो सकता है
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मुजफ्फरनगर: पहलवानों के समर्थन में गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन ने मुजफ्फरनगर में महापंचायत की। इस दौरान किसान नेता नरेश टिकैत ने एक बार फिर सरकार को अल्टीमेटम याद दिलाया और कहा कि 5 दिन बाद कुछ भी हो सकता है।

महापंचायत में राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली से खाप नेता शामिल हुए। पंचायत में सर्वसम्मति से कुरुक्षेत्र में एक और महापंचायत बुलाए जाने की बात कही गई है। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी रखे गए हैं। जिसमें कहा गया कि पहलवान गंगा में पदक बहाने के बजाय इसे अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के माध्यम से नीलाम करें। खाप प्रमुखों की समिति का गठन किया जाए जो भविष्य में पहलवानों के विरोध के लिए मेन बॉडी के तौर पर कार्य करेगी। एक प्रतिनिधि मंडल को तय किया जाएगा जो कि पहलवानों का पक्ष लेकर राष्ट्रपति और गृहमंत्री के पास जाएंगे और उनकी बात रखेंगे। दिल्ली की सीमाओं को फिर से बंद किए जाने पर भी महापंचायत में सहमति बनी है। देशव्यापी आंदोलन को खड़ा करने की तैयारी भी की जाएगी।

पॉक्सो में गिरफ्तारी क्यों नहीं?

राकेश टैकैत ने कहा कि एक खाप चौधरी समिति बनाई जाएगी और हम तय करेंगे कि किससे मिलना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुरुवार को हुई बैठक के निर्णय की घोषणा कुरुक्षेत्र में होने वाली महापंचायत में की जाएगी। इस दौरान किसान नेता ने कहा कि पॉक्सो मामलों में कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कानून में संशोधन होगा कि गिरफ्तारी नहीं बल्कि जांच पहले होगी? टिकैत ने कहा सच्चाई ये है कि वह केवल अपने लोगों को ही बचाएंगें। लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि खाप पंचायत और लड़कियां हारने वाली नहीं हैं। हम राष्ट्रपति से मिलेंगे।

जाति में बांटने की कोशिश हो रही

किसान नेता ने यह भी कहा कि अभी सरकार हमें जाति में बांटने की कोशिश कर रही है, लेकिन जो लड़े उनकी कभी कोई जाति नहीं थी वे योद्धा थे। इन लड़कियों के साथ भी ऐसा ही है। पहले उन्होंने हिंदू मुस्लिम किया, लालू परिवार को तोड़ा, मुलायम सिंह परिवार को विभाजित किया। वे केवल बांटना चाहते हैं। लेकिन ये लड़कियां ये पहलवान तिरंगा जाति से हैं। ये विदेश में राष्ट्रीय ध्वज के साथ गई थीं। इन लड़कियों को पुलिस ने परेशान किया। उन पर अत्याचार किए हैं। यह लड़ाई जारी रहेगी। जरूरत पड़ी तो यह लड़ाई देशव्यापी हो जाएगी।

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