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पुलिस ने किया शिवम की हत्या का पर्दाफाश, ब्याज का धंधा चौपट करने पर दोस्त ने की थी हत्या
एनसीआर क्राइम न्यूज़: इंदिरापुरम थानाक्षेत्र स्थित कनावनी नहर पर 11 जून की रात को वैगनआर कार में हुई शिवम शर्मा नामक युवक की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। शिवम की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही जिगरी दोस्त ने ही की थी। पुलिस ने हत्यारोपी दोस्त को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर आलाकत्ल पिस्टल बरामद कर ली है। पुलिस का कहना है कि दोनों दोस्त पूर्व में एक साथ ब्याज का धंधा करते थे। बाद में शिवम ने अलग अपना धंधा शुरू कर दिया था। शिवम के बढ़ते ब्याज के धंधे को देखकर आरोपी उससे खुन्नस मानने लगा था। इसी खुन्नस में उसने शिवम को तीन गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शिवम हत्याकांड में पुलिस ने कनावनी इंदिरापुरम निवासी अतुल को गिरफ्तार किया है। अतुल और शिवम दोनों कनावनी गांव के ही रहने वाले हैं और आपस में गहरे दोस्त थे। एसपी सिटी सेकेंड ने बताया कि शिवम गांव में मोबाइल शॉप चलाने के साथ साथ आरोपी दोस्त अतुल के साथ मिलकर ब्याज का भी धंधा किया करता था। धंधे को लेकर कहासुनी होने के बाद शिवम ने अपना ब्याज का काम अलग कर लिया था। पूछताछ में आरोपी अतुल ने पुलिस को बताया कि शिवम अक्सर उसके साथ गाली.गलौच किया करता था। शिवम ने अतुल का धंधा चौपट कर दिया था। जिसके चलते अतुल उससे अंदरूनी दुश्मनी मानने लगा था। इसी दुश्मनी में उसने शिवम को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी।
कॉल कर बुलाया और शराब पिलाकर मार दिया: एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह की मानें तो 11 जून की रात करीब 9 बजे आरोपी अतुल ने शिवम को कॉल कर बुलाया था। शिवम घर से अपनी वैगनआर कार लेकर अतुल से मिलने आया था। वहां से दोनों दोस्त शराब लेकर कनावनी नहर पर पहुंचे थे। जहां अतुल ने योजनाबद्ध तरीके से शिवम की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके लहूलुहान शव को कार में ही छोडक़र मौके से फरार हो गया। इस संबंध में शिवम के पिता ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था।
परिजनों के साथ बना रहा हत्यारोपी दोस्त, भाई से लिपट कर रोया: सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर शिवम के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और उसे लहूलुहान हालत में यशोदा अस्पताल ले गए। वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीओ ने बताया कि इस दौरान हत्यारोपी दोस्त अतुल भी पीडि़त परिजनों के साथ मौजूद रहा। वह न सिर्फ परिजनों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए था बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी अतुल की पैनी नजर थी। सीओ का कहना है कि पीडि़त परिजन जब शिवम के शव का अंतिम संस्कार करने पहुंचे तो उस दौरान हत्यारोपी दोस्त अतुल मृतक के भाई से लिपट कर खूब रोया। यह सब नाटक कर उसने पीडि़त परिजनों की हमदर्दी भी बटौर ली थी।
पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, सबूत देखकर टूटा अतुल: सीओ अभय मिश्र ने बताया कि शिवम की अंतिम कॉल डिटेल को जांचने के बाद शुरुआत से ही पुलिस का शक दोस्त अतुल पर गहरा गया था। इसके बाद पुलिस ने शिवम और अतुल के मोबाइल नंबरों की सीडीआर और लोकेशन खंगाली तो वह साथ साथ मिले। साथ ही पुलिस को उस मॉल से दोनों की सीसीटीवी फुटेज भी हाथ लग गई जहां से उन्होंने शराब खरीदी थी। तमाम सबूत हाथ लगने के बाद पुलिस ने अतुल पर शिकंजा कस दिया। सीओ की मानें तो अतुल ने पूछताछ के दौरान पहले पुलिस को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया, लेकिन जब पुलिस ने उसे सबूत दिखाए तो वह टूट गया और उसने दोस्त शिवम की हत्या करने की बात कबूल ली।