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गाजियाबाद में पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का किया पर्दाफाश
दिल्ली एनसीआर न्यूज़: दिल्ली से सटे नोएडा में थाना सेक्टर 113 पुलिस और साइबर सेल टीम ने गाजियाबाद के भोपुरा में छापा मारकर एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर से 10 महिलाओं सहित करीब 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने बंद बीमा पॉलिसी की रकम वापस कराने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की है। आरोपियों ने कुछ समय पहले नोएडा निवासी एनटीपीसी के रिटायर्ड अधिकारी से बीमा पॉलिसी की रकम वापस कराने के नाम पर एक करोड़ 62 लाख रुपए की ठगी की थी। पकड़े गए आरोपियों के पास से 16 मोबाइल, एक लैपटॉप और एक लाख 50 हजार रुपए बरामद हुए हैं।
नोएडा जोन एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि पिछले माह थाना सेक्टर 113 क्षेत्र में रहने वाले एनटीपीसी से रिटायर्ड अधिकारी सुदामा शर्मा ने पुलिस से शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने उनकी बंद बीमा पॉलिसी की रकम वापस दिलाने का झांसा देकर उनसे एक करोड़ 62 लाख रुपए ठगे हैं। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस और साइबर सेल मामले की जांच करने में जुटी थी। पुलिस टीम और साइबर सेल ने बुधवार शाम को गाजियाबाद के भोपुरा स्थित दिलशाद प्लाजा में एक कार्यालय में छापेमारी कर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया। पुलिस टीम ने मौके से कॉल सेंटर संचालक मीत नगर दिल्ली निवासी सोनू, राज नगर गाजियाबाद निवासी रोहित, लोनी गाजियाबाद निवासी अश्वनी कुमार, राहुल, गोकुलपुरी दिल्ली निवासी नीलेश, फरीदाबाद हरियाणा निवासी अजय, हर्ष विहार दिल्ली निवासी संध्या, भोपुरा निवासी चंचल, हर्ष विहार दिल्ली निवासी संजना, भोपुरा निवासी श्रुति, अंजली, मोहिनी, नन्द नगरी दिल्ली निवासी केसर, चंचल गुप्ता, जोहरीपुर दिल्ली निवासी प्रियंका और हर्ष विहार दिल्ली निवासी बरखा को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ थान सेक्टर 113 में धारा 420 और 66 आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। एडीसीपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी बीमा पॉलिसी सेटलमेंट करने के नाम पर ठगी करते थे। आरोपियों ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर फर्जी सिम और मोबाइल का प्रयोग करते थे। ये लोग ऐसे लोगों को अधिकतर निशाना बनाते थे जिन लोगों की कोई बीमा पॉलिसी बंद हो। ये उनसे संपर्क कर पॉलिसी में जमा रुपये को वापस दिलाने, किस्त जमा कराने, पॉलिसी की अन्य किसी समस्या को दूर करने का झांसा देकर रुपए की ठगी करते थे।
लॉकडाउन के बाद शुरू किया था फर्जी कॉल सेंटर: थाना प्रभारी शरदकांत शर्मा ने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद हुए डाटा से पता चला है कि ये लोग वर्ष 2020 से इस फर्जी कॉल सेंटर को चला रहे थे। आरोपियों ने लॉकडाउन के बाद फर्जी कॉल सेंटर शुरू किया था। इन लोगों ने बहुत से लोगों से संपर्क कर करोड़ों रुपए की ठगी की है। आरोपियों ने अब तक कितने लोगों से ठगी की है, इसके बारे में जानकारी की जा रही है।
दिल्ली एनसीआर में कई जगह खरीदी संपत्ति, दो बैंक खातों में मिले 11 लाख रुपए: पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला है कि इन लोगों ने जो ठगी की है, उससे दिल्ली एनसीआर में कई जगह संपत्ति खरीदी है। आरोपियों से इसके बारे में जानकारी की जा रही है और संबंधित तहसील से भी जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा आरोपियों के दो बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है जिसमें लगभग 11 लाख रुपए हैं। दोनों खातों को सीज किया गया है और अन्य खातों और संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।