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पुलिस ने निजी बैंक के क्रेडिट कार्ड डिवीजन के एक कर्मचारी समेत तीन आरोपी को किया गिरफ्तार
दिल्ली न्यूज़: उत्तरी जिला साइबर थाना पुलिस ने अकाउंट होल्डर का पूर्व स्वीकृत लोन निकलवा कर अपने खातों में ट्रांसफर करवाने वाले गैंग का खुलासा करते हुए निजी बैंक के क्रेडिट कार्ड डिवीजन के एक कर्मचारी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में सन्नी कुमार सिंह, कपिल और पाविन रमेश है। बैंक में काम करने वाला सन्नी कुमार आरोपियों को खाता धारकों की जानकारी उपलब्ध करवा देता था। उसके बाद खाते से जुड़े ईमेल आईडी को बदलवाकर अकाउंट के आधार पर मोटा लोन लेकर उसे अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया जाता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन, 12 सिमकार्ड, 8 डेबिट कार्ड, दो फर्जी आधार और तीन बैंक अकाउंट का पता किया है। गैंग अब तक सैकड़ों लोगों से इसी तरह ठगी कर चुका है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि सन्नी बैंक में काम करता था, इसलिए प्री-एप्रूव्ल लोन वाले खाता धारकों की पूरी जानकारी और उनके पर्सनल कागजात वह आरोपियों को उपलब्ध करवाता था। फोटो शॉप की मदद से खाता धारकों के फर्जी आईडी जैसे आधार व दूसरे कागजात तैयार करवा लिये जाते थे। इसके बाद खाते से जुड़े मोबाइल नंबर की इन कागजात के आधार पर सिमकार्ड निकलवा लेते थे। इसके अलावा खाते से जुड़े ईमेल आईडी को बदलकर लोन ले लिया जाता था। बाद में लोन की रकम को धीरे-धीरे अपने खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता था। ऐसा यह सैकड़ों लोगों के साथ कर चुके हैं।
नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से मिली थी ठगी की शिकायत: टीम को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से ठगी की एक शिकायत मिली थी। उत्तरी जिला साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जांच की। जांच के दौरान पता चला कि सिमकार्ड जैन नगर, कराला से इश्यू करवाया गया था। शिकायतकर्ता अजीश ने बताया कि उनका एचडीएफसी बैंक में खाता है। पिछले दिनों उनके मोबाइल का सिमकार्ड अचानक बंद हो गया। इसके बाद उनके ईमेल पर पासवर्ड बदलने का मैसेज आया। संदिग्ध लगने पर वह वोडाफोन स्टोर गए तो पता चला कि किसी ने फर्जी डोकोमेंट लेकर उनकी सिम दोबारा से इश्यू करवा ली है। शक होने पर उन्होंने अपने खाते की जांच की पता चला कि किसी ने उनके नाम से बैंक से 11 लाख रुपये का लोन लेकर उसमें से एक लाख को किसी दूसरे खाते में ऑन लाइन ट्रांसफर भी करवा लिया था। जांच में पता चला कि लोकेशन भी जैन नगर की आ रही थी। पुलिस ने एक टीम को तुरंत जैन नगर कराला भेज दिया। वहां से पुलिस ने सन्नी कुमार सिंह, कपिल और पाविन रमेश को गिरफ्तार कर लिया। इनका एक साथी राकेश फिलहाल फरार है।