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सेक्सटॉर्शन रैकेट का मास्टरमाइंड को पुलिस ने किया गिरफ्तार, यूट्यूब अधिकारी बनकर की करोड़ों की ठगी

Deepa Sahu
23 Oct 2021 6:27 PM GMT
सेक्सटॉर्शन रैकेट का मास्टरमाइंड को पुलिस ने किया गिरफ्तार, यूट्यूब अधिकारी बनकर की करोड़ों की ठगी
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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) के एक रिटायर सरकारी अधिकारी (Retire public servant) की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए.

नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) के एक रिटायर सरकारी अधिकारी (Retire public servant) की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सेक्सटॉर्शन रैकेट (sextortion racket) के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है. रैकेट का मास्टरमाइंड नासिर पिछले दो साल से राजस्थान के मेवात क्षेत्र से इस रैकेट को संचालित कर रहा था.

दिल्ली पुलिस के अनुसार पीड़ितों में से एक ने आरोप लगाया है कि उसे खुद के यूट्यूब अधिकारी बता रहे कुछ लोगों से जबरन वसूली के कॉल आ रहे थे. वे पीड़ितों से यह कहकर भारी राशि की मांग करते थे कि उन्हें एक लड़की से शिकायत मिली है, जिसने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. उन्होंने उसे दुष्कर्म के एक मामले में फंसाने और भुगतान न करने पर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसका वीडियो अपलोड करने की धमकी दी. अपनी प्रतिष्ठा को लेकर चिंतित, उस व्यक्ति ने जबरन वसूली करने वाले द्वारा प्रदान किए गए खातों में 4,00,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए.इस रैकेट का भंडाफोड़ इसी महीने हुआ था
बता दें कि क्राइम ब्रांच ने ऐसे एक रैकेट का भांडाफोड़ इसी महीने किया था. तब राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला 24 वर्षीय हकमुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था. ये गिरोह इस तरह काम करता था कि पहले फेसबुक पर एक लड़की के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती थी और फिर वॉट्सऐप पर चैटिंग शुरू कर दी जाती थी. इसके बाद शख्स को फोन पर यौन कृत्यों में शामिल होने का लालच दिया जाता. बाद में उस पूरे वीडियो कॉल को रिकॉर्ड करके जबरन वसूली की जाती थी.
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज कर एक जांच शुरू की, जिसके दौरान उन्हें समान तौर-तरीकों और प्रमुख संदिग्धों के मोबाइल नंबर मिले. इसके बाद टीम ने तकनीकी निगरानी की और आरोपी तक पहुंचने वाली विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की. जबरन वसूली करने वाले 100 से अधिक मोबाइल फोन और असम, बिहार, राजस्थान, दिल्ली जैसे विभिन्न दूरसंचार क्षेत्रों की फर्जी आईडी पर जारी किए गए 1,000 से अधिक सिम कार्ड का उपयोग कर रहे थे. तकनीकी जांच के दौरान पता चला कि ये लोग भरतपुर के मेवात क्षेत्र से काम कर रहे थे.
ऐसे शुरू किया सेक्सटॉर्शन का काम ट्रक ड्राइवर नासिर ने देखा था कि उसके सर्कल के कई लोग साइबर धोखाधड़ी और सेक्सटॉर्शन के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं. पुलिस ने बताया कि पिछले दो साल से वह भी इसी अपराध में शामिल था और व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए लोगों से रंगदारी और ठगी करता था.


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