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'वन ओशन समिट' के उच्च स्तरीय बैठक को कल संबोधित करेंगे PM मोदी
Deepa Sahu
10 Feb 2022 2:13 PM GMT
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) 11 फरवरी को एक वीडियो संदेश के जरिए वन ओशन समिट के उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करेंगे।
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) 11 फरवरी को एक वीडियो संदेश के जरिए वन ओशन समिट के उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करेंगे। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक इस शिखर सम्मेलन की उच्च स्तरीय हिस्से को जर्मनी, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, जापान, कनाडा सहित कई राष्ट्राध्यक्षों द्वारा भी संबोधित किया जाएगा।
अभी बीते दिनों भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने आनलाइन माध्यम से हुई बैठक में क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के आधार पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्वतंत्र, खुले और नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी। इस बैठक में दोनों पक्षों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रम पर चर्चा की थी। इस बैठक के बाद जारी बयान के मुताबिक सभी पक्ष सहमत हैं कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्वतंत्र समुद्री व्यवस्था होनी चाहिए।
PM Narendra Modi will address the high-level segment of One Ocean Summit on February 11 through a video message. The high-level segment of the Summit will also be addressed by several Heads of States & Govts including Germany, UK, South Korea, Japan, Canada, among others: PMO pic.twitter.com/qnRrHWY1pp
— ANI (@ANI) February 10, 2022
हाल ही में आस्ट्रेलिया में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। गौर करने वाली बात है कि ये बैठकें तब हो रही हैं जब हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर वैश्विक शक्तियों के बीच जबरदस्त रार छिड़ गई है। दरअसल दक्षिण चीन सागर से लेकर हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए दुनिया एकजुट होने लगी है। अमेरिका स्पष्ट कर चुका है कि वह इस क्षेत्र में शांति व समृद्धि के लिए अपने सहयोगियों के साथ अडिग रूप से खड़ा है।
गौरतलब है कि वन ओशन समिट में शिरकत कर रहा जापान क्वाड का भी सदस्य है। साल 2017 के नवंबर में सामरिक रूप से अहम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य मौजूदगी की काट के लिए अमेरिका, आस्ट्रेलिया, भारत और जापान ने क्वाड की स्थापना के प्रस्ताव को आकार दिया था। इस गठबंधन से चीन भिन्नाया हुआ है। हाल ही में चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि क्वाड को क्षेत्रीय देशों के बीच दरार डालना बंद करना चाहिए।
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