दिल्ली-एनसीआर

बढ़ रहे हैं मरीज, पहले से बीमार लोगों को ढूंढ रहा है कोरोना वायरस

Admin4
6 Aug 2022 9:14 AM GMT
बढ़ रहे हैं मरीज, पहले से बीमार लोगों को ढूंढ रहा है कोरोना वायरस
x

न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

लोक नायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसमें बाहर से आने वाले गंभीर रोगी नहीं हैं, बल्कि जो पहले से ही अस्पताल में अन्य बीमारियों के इलाज के लिए पहुंचे थे, वे कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।

यदि आप बीमार हैं तो सतर्क रहें...। कोरोना उन्हीं लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है जो पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं। अस्पतालों में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों की संख्या करीब दोगुना हो गई है। ऑक्सीजन सपोर्ट पर लगभग 100 और आईसीयू में 119 रोगी हैं। वेंटिलेटर पर भी मरीजों की संख्या सात से बढ़कर 12 हो गई है।

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पतालों में बाहर से गंभीर मरीज नहीं पहुंच रहे हैं, जो पहले से भर्ती हैं उनमें ही कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं। मौसमी वायरल के साथ इन दिनों दिल्ली में कोरोना संक्रमण के भी मामले बढ़े हैं। बृहस्पतिवार तक कोरोना के दैनिक मामलों का ग्राफ दो हजार को पार करते हुए 2202 रहा। वहीं, आईसीयू में 119, ऑक्सीजन सपोर्ट पर 99 और वेंटिलेटर 12 मरीज भर्ती थे, जबकि 29 जुलाई तक आईसीयू में 76, ऑक्सीजन सपोर्ट पर 59 व वेंटिलेटर पर सात रोगी थे।

लोक नायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसमें बाहर से आने वाले गंभीर रोगी नहीं हैं, बल्कि जो पहले से ही अस्पताल में अन्य बीमारियों के इलाज के लिए पहुंचे थे, वे कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। इसमें हृदय, लीवर व किडनी से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों की संख्या अधिक है। डॉक्टर ने कहा कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस वजह से पहले से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है।

सफदरजंग विभाग के मेडिसिन विभाग के एक वरिष्ठ डॉक्टर कहते हैं कि मौसम में लगातार नमी के कारण संक्रमण को बढ़ने में मदद मिल रही है। लोग भी कोरोना नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोग बिना मास्क के देखे जा रहे हैं। अस्पताल में कुछ मरीजों में कोरोना के हल्के लक्षण मिल रहे हैं। वहीं, जो मरीज वेंटिलेटर व आईसीयू में हैं, उनमें भी कोरोना के लक्षण मिले हैं। हालांकि, यह लक्षण खांसी, जुकाम व हल्के बुखार के हैं। कोरोना की वजह से मरीज को अधिक परेशानी नहीं हो रही है।

एक सप्ताह में 17 मरीजों की हो गई मौत

राजधानी में बीते एक सप्ताह में 17 लोगों की कोरोना से मौत हुई। सबसे अधिक पांच मौतें तीन अगस्त को दर्ज की गई थी। चार अगस्त को चार मौत हुईं। 31 जुलाई को एक भी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई थी। डॉक्टरों का कहना है कि गंभीर मरीज अपनी मूल बीमारी की वजह से जान गवां रहे हैं, क्योंकि कोरोना के गंभीर लक्षणों की वजह से मौतें देखने को नहीं मिल रही हैं।


Admin4

Admin4

    Next Story