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सफदरजंग में यूरोलॉजी की ओटी अब पूरी क्षमता से करेगी काम

Admin Delhi 1
19 Oct 2022 1:21 PM GMT
सफदरजंग में यूरोलॉजी की ओटी अब पूरी क्षमता से करेगी काम
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दिल्ली न्यूज़: सफदरजंग अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी (एसएसबी) ब्लॉक में चल रहे यूरोलॉजी विभाग में पहली बार पांचों ऑपरेशन थियेटर पूरी क्षमता के साथ काम करेंगे। साल 2018 में एसएसबी ब्लॉक के उद्घाटन के बाद विभाग को यहां शिफ्ट किया गया था। इस ब्लॉक में ऑपरेशन थियेटर की संख्या बढ़ाकर पांच कर दी गई, लेकिन उद्घाटन के दौरान स्टाफ व अन्य सुविधाओं के अभाव में केवल तीन ओटी में ही सेवाएं शुरू हो पाई। लंबे इंतजार के बाद यहां सभी ऑपरेशन थियेटर को शुरू करने का प्रयास किया गया, लेकिन कोरोना महामारी आने के बाद मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला गया। करीब चार साल बाद यहां सुविधाओं का विस्तार करते हुए पांचों ओटी को शुरू किया जा रहा है। यहां पांचों ओटी की सुविधा शुरू होने के बाद विभाग में हो रहे सर्जरी की संख्या डेढ़ गुना हो जाएगी। वहीं ऑपरेशन करवाने वालों की वेटिंग घटकर 6 माह से घटकर 2.5 माह तक रह जाएगी। सफदरजंग अस्पताल का यूरोलॉजी विभाग नार्थ इंडिया का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां हर साल हजारों की संख्या में मरीज उपचार के लिए आते हैं, वहीं हजारों की संख्या में ऑपरेशन होते हैं।

इस संबंध में सफदरजंग अस्पताल के निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल ने बताया कि विभाग की पांचों ओटी को शुरू करने की मंजूरी दे दी गई है। वहीं, यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. (प्रोफेसर) अनूप कुमार ने बताया कि विभाग का पांचवां ऑपरेशन थिएटर भी तैयार है। इस ओटी को शुरू करने के लिए एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन को मंगवाया गया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह जल्द ही विभाग को मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन आते ही यहां सर्जरी शुरू हो जाएगी। पहले विभाग में प्रति दिन 10 से 12 छोटी-बड़ी सर्जरी हो रही थी, वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 17 से 18 हो जाएगी। इससे वेटिंग घटकर आधी रह जाएगी।

नार्थ इंडिया का सबसे बड़ा केंद्र: डॉ. अनूप ने कहा कि सफदरजंग अस्पताल में चल रहे यूरोलॉजी का सेंट्रल नार्थ इंडिया का सबसे बड़ा केंद्र हैं। नार्थ इंडिया के सरकारी अस्पतालों में ऐसा केंद्र न होने के कारण उक्त अस्पतालों में उपचार करवाने आ रहे मरीजों को सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। अस्पताल में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब सहित अन्य राज्यों से हर माह सैकड़ों मरीजों को रेफर किया जाता है।

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