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दिल्ली-एनसीआर
दिल्ली में सभी प्राइवेट दफ्तर बंद करने का आदेश, वर्क फ्रॉम होम होगा
jantaserishta.com
11 Jan 2022 5:44 AM GMT
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नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संकट को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया गया है. अब दिल्ली में सभी प्राइवेट दफ्तर बंद कर दिए जाएंगे और कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम (WFH) करेंगे. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने यह आदेश दिया है. अभी प्राइवेट दफ़्तर 50% क्षमता पर चल रहे थे.
DDMA ने और सख्त पाबंदियां भी लागू की हैं. आदेश के तहत दिल्ली में सभी रेस्टोरेंट और बार भी बंद किए गए हैं. अब रेस्टोरेंट से फूड आइटम की होम डिलीवरी और टेकअवे की सुविधा रहेगी. अबतक रेस्टोरेंट और बार भी 50% क्षमता के साथ खुले हुए थे. दफ्तरों की बात करें तो सिर्फ Exempted Category/Essential Services के प्राइवेट दफ्तरों को इस नियम से छूट होगी.
Private offices in Delhi shall be closed, barring the ones in the exempted category; work from home shall be followed: DDMA pic.twitter.com/yPkwDR8t3o
— ANI (@ANI) January 11, 2022
Corona बेलगाम
राजधानी दिल्ली में कोरोना और ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. सोमवार को दिल्ली में 19 हजार 166 नए मामले आए. 17 लोगों की मौत भी हुई. इसी के साथ दिल्ली में एक्टिव केसेस की संख्या 65 हजार के पार पहुंच गई. दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट भी 25 फीसदी पहुंच गया है. इसका मतलब हुआ कि टेस्ट करने पर हर 4 में से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने के 10 दिन में 70 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है. रविवार और सोमवार को 17-17 लोगों की मौत हुई. जबकि, इससे पहले 5 महीनों में 54 मौतें हुई थीं. दिसंबर में 9, नवंबर में 7, अक्टूबर में 4, सितंबर में 5 और अगस्त में 29 मरीजों की जान गई थी. जुलाई में 76 मरीजों की मौत हुई थी.
ये आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार बेलगाम होती जा रही है. अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, अभी 1912 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से 443 आईसीयू में, 503 ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 65 वेंटिलेटर पर हैं. जबकि, इससे एक दिन पहले 1,618 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती थे. यानी, 24 घंटे में ही अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 18 फीसदी बढ़ गए.
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