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अरविंद केजरीवाल की बधाई पर मेडल विजेता दिव्या काकरान ने बयां किया दर्द, न इनाम मिला न मदद

Admin4
7 Aug 2022 6:08 PM GMT
अरविंद केजरीवाल की बधाई पर मेडल विजेता दिव्या काकरान ने बयां किया दर्द, न इनाम मिला न मदद
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बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई बधाई के जवाब में उन्हें दिल्ली सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि या मदद नहीं मिलने का मुद्दा उठाया है। भारतीय युवा पहलवान दिव्या काकरान ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं कुश्ती प्रतियोगिता के 68 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी।

दिव्या काकरान ने रविवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, ''मेडल की बधाई देने पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री जी को तहे दिल से धन्यवाद, मेरा आपसे एक निवेदन है कि मैं पिछले 20 साल से दिल्ली में रह रही हूं और यहीं अपने खेल कुश्ती का अभ्यास कर रही हूं, परंतु अब तक मुझे राज्य सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि नहीं दी गई और ना कोई मदद दी गई। मैं आपसे इतना निवेदन करती हूं कि जिस तरह आप अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित करते हैं जो दिल्ली के होकर किसी और स्टेट से भी खेलते हैं उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए।''

इसके साथ ही दिव्या ने साल 2018 का एक वीडियो शेयर कर कहा है कि ऐसा लगता है कि समय ने खुद को दोबारा दोहराया है। सब कुछ पहले जैसा ही है, ना कल मेरे लिए कुछ किया गया था ना ही अब।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ''शाबाश पहलवानों। हमारे पहलवानों ने कॉमनवेल्थ खेलों में धूम मचा दी है। कुश्ती में भारत को एक ही दिन में कुल 6 मेडल मिले, जिसमें 3 गोल्ड हैं। साक्षी मलिक और दीपक पूनिया को उनके गोल्ड और दिव्या काकरन एवं मोहित ग्रेवाल को कांस्य पदक के लिए बहुत-बहुत बधाई।''

बता दें कि, गरीब परिवार से आने वाली दिव्या ककरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को महज 26 सेकेंड में हराकर कांस्य पदक जीता था। हालांकि, दिव्या काकरान फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गईं थीं, जिससे वह रेपेशाज में उतरीं।

आर्थिक तंगी के बावजूद दिव्या ने हार नहीं मानी और देश और दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। दिव्या वर्तमान में 68 किलो भार वर्ग में कुश्ती करती हैं।

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