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यमुना एक्सप्रेसवे पर अब तेज़ गाडी चलाने वालों की खैर नही, लिया जाएगा कड़ा एक्शन

एनसीआर नॉएडा न्यूज़: यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों की बेतहाशा रफ्तार और हादसों को कंट्रोल करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए जा रहे हैं। दूसरी ओर नियम कायदों को ताक पर रखकर चलने वाले सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यमुना एक्सप्रेसवे मैनेजमेंट ने एक मर्सिडीज कार को इंटरसेप्ट किया है। यह कार 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ड्राइवर दौड़ा रहा था। परिवहन विभाग और गौतमबुद्ध नगर पुलिस इस ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं।
ड्राइविंग लाइसेंस की हिस्ट्री में दर्ज होगा सस्पेंशन: मिली जानकारी के मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे पर 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से मर्सिडीज कार दौड़ाने पर बड़ा एक्शन लिया गया है। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर मालिक का पता लगा लिया है। उसके घर चालान भेज दिया है। परिवहन विभाग का कहना है कि 45 दिन के लिए उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी सस्पेंड करने की तैयारी है। ड्राइविंग लाइसेंस की हिस्ट्री में यह जुर्माना और एक्शन दर्ज किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की जानलेवा गलती दोहराने पर ड्राइविंग लाइसेंस को रद्द किया जा सके। यमुना एक्सप्रेसवे मैनेजमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक इंटरसेप्टर के जरिए इस कार की गति को रिकॉर्ड किया गया था।
निर्धारित गति से तेज चलने वाले वाहनों पर सख्ती: उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के अफसरों ने बताया कि करीब एक साल बाद कोई कार इतनी तेज गति में दौड़ती हुई यमुना एक्सप्रेसवे पर इंटरसेप्ट हुई है। इस मामले में सख्ती बरती जाएगी। चालान के साथ मर्सिडीज के चालक का ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित किया जाएगा। आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे पर कार जैसे हल्के वाहनों की अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा है। भारी वाहन अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकते हैं। इससे तेज चलने वाले वाहनों का चालान किया जाता है।
सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे हैं पुख्ता कदम: यमुना एक्सप्रेसवे पर लगातार होने वाले हादसों को लेकर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चिंता जाहिर कर चुके हैं। योगी आदित्यनाथ ने यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह को सुरक्षा बंदोबस्त पुख्ता करने का आदेश दिया था। जिसके बाद यमुना प्राधिकरण ने दिल्ली आईआईटी से एक्सप्रेसवे का सिक्योरिटी ऑडिट कराया। आईआईटी की ओर से दी गई सिफारिशों पर अमल करवाया जा रहा है। करीब 160 करोड रुपए खर्च करके यमुना एक्सप्रेसवे के सिक्योरिटी फीचर बढ़ाए गए हैं। ऐसे में ओवरस्पीडिंग करने वाले वेहिकल सारे सुरक्षा इंतजामों को धता बता देते हैं।
