दिल्ली-एनसीआर

अब प्राधिकरण के अधिकारियों का अपमानजनक व्यवहार सहन नहीं करेंगे किसान

Admin Delhi 1
22 April 2023 7:34 AM GMT
अब प्राधिकरण के अधिकारियों का अपमानजनक व्यवहार सहन नहीं करेंगे किसान
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नॉएडा: ग्रेटर नोएडा के किसानों ने गांव खोदना खुर्द, रोजा जलालपुर, इटेड़ा, बिसरख, खैरपुर, चौगानपुर में पंचायतों का आयोजन करते हुए जनसंपर्क अभियान चलाया। पंचायतों का आयोजन करते हुए जनसंपर्क अभियान चलाया। अभियान के दौरान वक्ताओं ने उपस्थित किसानों को 23 तारीख की मोटरसाइकिल रैली एवं 25 तारीख के महापड़ाव में बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया। इस दौरान भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।

प्राधिकरण पर आकर समाप्त होगी मोटरसाइकिल रैली

मोटरसाइकिल रैली ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक मूर्ति गोल चक्कर से एवं ग्रेटर नोएडा ईस्ट में सिरसा गोल चक्कर से सुबह 9:00 बजे एक साथ रवाना होकर अपने अपने क्षेत्र के गांवों में प्रचार करते हुए प्राधिकरण पर आकर दोपहर 12:00 बजे समाप्त होगी। किसान सभा की 50 गांव की कमेटियां 25 अप्रैल को होने वाले किसान महापड़ाव में महिलाओं बच्चों पुरुषों सहित प्राधिकरण पर अपनी समस्याओं के हल होने तक महापड़ाव डाल कर रहेंगे। जिसके लिए गांव स्तर पर कमेटियां महापड़ाव में शामिल होने वाले किसानों की सूची बनाकर तैयारियां कर रही हैं।

किसानों ने बनाया आर-पार की लड़ाई का मन

किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने बताया इस बार क्षेत्र में प्राधिकरण द्वारा किसान विरोधी निर्णयों के कारण आक्रोश का माहौल है। प्राधिकरण ने किसानों के 10% आबादी प्लाट नहीं देने, 8 वर्षों से मुआवजा रेट कानून के अनुसार 4 गुना 24000 वर्ग मीटर नहीं करने, साढे 17% प्लाट कोटा खत्म करने, 6% आबादी प्लाट की नीति को भविष्य के लिए खत्म करने, आबादियों में अतिक्रमण बताकर तोड़फोड़, आबादियों में 6% प्लाटों का गलत नियोजन करने एक भी किसान को रोजगार नहीं देने एवं अन्य मुद्दों पर किसान विरोधी निर्णय एवं रुख के कारण किसानों ने आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बनाया है।

अधिकारियों का किसानों के प्रति अपमानजनक है व्यवहार

किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा दिल्ली आंदोलन की तर्ज पर किसान प्राधिकरण पर तब तक पड़ाव डाले रहेंगे जब तक उनकी समस्याओं का हल नहीं हो जाता। किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि प्राधिकरण का व्यवहार किसानों के प्रति तानाशाही पूर्ण है एवं किसान विरोधी है किसानों के हकों को मारने का कार्य प्राधिकरण ने किया है। किसान अपने हकों के लिए मरने मिटने को तैयार हैं। प्राधिकरण के अधिकारी पूरी तरह किसान विरोधी मानसिकता वाले हैं। उनका व्यवहार किसानों के प्रति अपमानजनक है। उनके काम करना तो दूर उनकी एंट्री प्राधिकरण में बंद कर दी गई है। जिसके कारण किसान अपनी समस्याएं गांव के विकास कार्यों के बारे में अपनी अर्जी प्राधिकरण में देने एवं उसकी पैरवी करने में असमर्थ हैं।

“हजार करोड़ों के भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो चुके हैं”

उन्होंने कहा कि बिल्डर एवं अधिकारियों की दलाली करने वाले लोग खुलेआम प्राधिकरण में किसी भी समय आ जा सकते हैं प्राधिकरण के अधिकारी एवं कर्मचारी भारी भ्रष्टाचार में लिप्त है। पूर्व में भी प्राधिकरण के अधिकारियों की हजारों करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो चुके हैं। किसान सभा पूर्व एवं वर्तमान में तैनात सभी अधिकारियों की संपत्ति की जांच कराने की मांग कर रही है। यदि अधिकारियों की संपत्ति की जांच हो गई तो बडी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारियों को जेल जाना पड़ेगा।

इस दौरान यह लोग रहे उपस्थित

इस दौरान किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक कृष्ण प्रसाद किसान सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पुष्पेंद्र त्यागी किसान सभा के गौतम बुध नगर के संयोजक वीर सिंह नागर सचिव जगबीर नंबरदार सचिव बिजेंद्र नागर संरक्षक श्री राजेंद्र नागर एडवोकेट उपाध्यक्ष श्री ब्रह्मपाल सूबेदार रोजा के प्रधान महाराज सिंह राजीव नगर गवरी मुखिया सुरेश यादव सादोपुर गांव कमेटी के अध्यक्ष निरंकार सुरेंद्र यादव बुध पाल यादव दानवीर यादव रामवीर प्रधान अक्षय भाटी आदि उपस्थित रहे।

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