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नोएडा न्यूज़: नोएडा-गाजियाबाद के बिजली उपकेंद्रों को जोड़ने का कार्य हो रहा है. इससे नोएडा को जरूरत के हिसाब से बिजली मिल सकेगी और कटौती की समस्या से लोगों को राहत मिलेगी.
विद्युत निगम के अधिकारियों के अनुसार शहर के सेक्टर-123 स्थित 400 केवी का बिजली उपकेंद्र है. इसको अभी सेक्टर-148 स्थित बिजली उपकेंद्र से जोड़ा गया है. वहीं, सेक्टर-148 स्थित उपकेंद्र को जहांगीरपुर के 765 केवी के बिजली उपकेंद्र से जोड़ा गया है. सेक्टर-123 स्थित बिजली उपकेंद्र सेक्टर-148 पर ही निर्भर रहता है. अब सेक्टर-123 स्थित 400 केवी के उपकेंद्र को बिजली सप्लाई के दूसरे विकल्प के रूप में गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में 400 केवी के बिजली उपकेंद्र से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है ताकि सेक्टर-148 से आ रही सप्लाई लाइन में बाधा आने पर आपूर्ति शुरू की जा सके. अभी सेक्टर-123 स्थित उपकेंद्र से 30 सेक्टरों में बिजली पहुंचाई जा रही है. इसमें औद्योगिक-आवासीय दोनों तरह के सेक्टर शामिल है.
इन सेक्टरों को मिलेगा लाभ सेक्टर-123 के बिजली उपकेंद्र के शुरू होने से औद्योगिक सेक्टर-63, 64, 65, 66, 67, 68 सेक्टर-69 और आवासीय सेक्टर-70 से लेकर सेक्टर-79 तक और सेक्टर-111 से लेकर सेक्टर-123 तक के उपभोक्ताओं को बिजली कटौती से राहत मिलेगी.
दस किलोमीटर लंबी होगी लाइन सेक्टर-123 स्थित 400 केवी बिजली उपकेंद्र से गाजियबाद के इंदिरापुरम स्थित 400 केवी के बिजली उपकेंद्र के बीच की दूरी करीब दस किलोमीटर है. पूरी लाइन टावर पर ही लाने का कार्य किया जा रहा है. लाइन के टावर लगाने के साथ ही तार खींचने का कार्य भी किया जा रहा है.
जून से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे: बिजली उपभोक्ताओं के जून से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. चुनाव आचार संहिता के चलते अप्रैल में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू नहीं हो सका है. मई के अतिंम हफ्ते में मीटर लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया होगी और उसके बाद जून से मीटर बदलने का कार्य शुरू किया जाएगा. विद्युत निगम द्वारा जिले में साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं के स्मार्ट प्री-पेड और पोस्टपेड मीटर लगाने का निर्णय लिया गया है.
दोनों बड़े बिजली उपकेंद्रों को जोड़ने का कार्य केंद्र सरकार की पावर कॉरपोरेशन द्वारा किया जा रहा है. उम्मीद है कि जून तक 400 केवी की क्षमता की लाइन के जोड़ने का कार्य पूरा हो जाएगा. इससे दोनों शहरों को लाभ मिलेगा. -अभिषेक सिंह, अधीशासी अभियंता, विद्युत निगम.