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Noida: यमुना सिटी को लिथियम बैटरी का हब बनाने की तैयारी

Admindelhi1
28 Nov 2024 8:32 AM GMT
Noida: यमुना सिटी को लिथियम बैटरी का हब बनाने की तैयारी
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कंपनी को सेक्टर-10 में भूमि देने के लिए सैद्धांतिक सहमति बनी है.

नोएडा: यमुना विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र को लिथियम बैटरी का हब बनाने की तैयारी है.एसएईएल (सेल) कंपनी ने अपनी इकाई लगाने के लिए 150 एकड़ जमीन की मांग की है.कंपनी बैटरी, सोलर सेल, सोलर पीवी माड्यूल लाइन एवं पावर प्लांट बनाएगी.कंपनी को सेक्टर-10 में भूमि देने के लिए सैद्धांतिक सहमति बनी है.

प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि देश में लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिल रहा है.शहर को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए परिवहन सेवा में भी इलेक्ट्रिक बसों को ही तरजीह दी जा रही है.नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट भी 17 अप्रैल 2025 से शुरू होने जा रहा है, जहां पर ट्रैक्टर और लोडर समेत सभी इलेक्ट्रिक वाहनों का ही इस्तेमाल किया जाएगा.

ऐसे में यमुना सिटी को लिथियम बैटरी का हब बनने के लिए एसएईएल कंपनी ने 150 एकड़ जमीन मांगी है.कंपनी इलेक्टिक वाहन और स्मार्ट फोन समेत हर छोटे बड़े उपकरण और डिवाइस में इस्तेमाल होने वाली बैटरी का निर्माण करेगी.इसके अलावा सोलर सेल, सोलर पीवी माड्यूल लाइन एवं पावर प्लांट बनाएगी.इस परियोजना को विकसित करने के लिए यीडा क्षेत्र में आठ हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा.कंपनी ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित सेक्टर में जमीन मांगी है.प्राधिकरण ने दो से तीन सेक्टरों में कंपनी को जगह दिखाई है.अब सेक्टर-10 में जमीन देने के लिए सैद्धांतिक सहमति बनी है.

ढाई साल में उत्पादन शुरू करेगी कंपनी कंपनी प्राधिकरण क्षेत्र में पहले चरण में ढाई साल में उत्पादन शुरू कर देगी.पहले चरण में साढ़े चार हजार करोड़ रुपये निवेश होगा.

लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे

अनुमान लगाया जा रहा है कि इस परियोजना से करीब दस हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.कंपनी में विभिन्न पदों पर भर्ती होगी, जिससे क्षेत्र के लोगों को नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.दावा किया जा रहा है कि यमुना सिटी में बैटरी बनने वाली कंपनी का यह सबसे बड़ा प्लांट होगा.यहां पर प्रतिदिन कई लाख बैटरियों के निर्माण का भी दावा किया गया है.

मेगा निवेश श्रेणी में प्रदेश सरकार की ओर से लैंड सब्सिडी एवं अन्य सुविधाओं का प्रावधान है.प्रदेश सरकार से कंपनी के प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद जमीन आवंटन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा.

-डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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