- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- Noida: पुलिस ने...
Noida: पुलिस ने गैंगस्टर अधिनियम के तहत 210.79 करोड़ की संपत्ति कुर्क की
नोएडा: औद्योगिक नगरी गौतमबुद्ध नगर में व्याप्त अपराध और गैंगस्टरों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। वर्ष 2023 से वर्ष 2024 के नवंबर माह तक गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए 50 प्रकरणों में कुल 210 करोड़ 79 लाख 21 हजार 437 रुपए की अपराधियो की संपत्ति को कुर्क किया है। पुलिस ने न्यायालय में प्रभावी पैरवी कर अपराधियों को सजा भी दिलवाई है।
कई अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार भी किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार अपराधियों के खिलाफ हुई इस कार्रवाई से जन सामान्य में सुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई है। यहा पर देशी-विदेशी निवेश बढ़ा है, तथा माफियाओं और गैंगस्टरों में भय पैदा हुआ है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस द्वारा की गई सकारात्मक कार्रवाई के चलते युवाओं को नवीन रोजगार प्राप्त हो रहे हैं, तथा सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी हुई है।
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि कुख्यात माफिया सुंदर भाटी जो कि थाना कासना का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। जिसका एचएस नंबर 28 -ए है तथा यह थाना कासना पर पंजीकृत गैंग डी-11 का गैंग लीडर है। उक्त माफिया के विरुद्ध उत्तर प्रदेश राज्य एवं अन्य प्रातों में हत्या, लूट, अवैध वसूली, गैंगस्टर अधिनियम, गुंडा अधिनियम आदि के 47 मुकदमे दर्ज हैं। इसकी मुख्य सहयोगी संदीप पुत्र भीम सिंह निवासी ग्राम जुनेदपुर की मढैया है। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर एक्ट के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने माफिया सुंदर भाटी की दिल्ली के शशि गार्डन शाहदरा स्थित दो मकान जिनकी कीमत करीब 3 करोड़ 44 लाख 90 हजार 225 रुपए आंकी गई थी 31 मई वर्ष 2023 को कुर्क किया।
उन्होंने बताया कि माफिया सुंदर भाटी के सहयोगी बृजेश कुमार उर्फ ब्लू फौजी, सत्येंद्र पुत्र बदले निवासी घंघोला, प्रिंस खारी उर्फ पिंटू निवासी इलाहाबास गांव को बीते 2 जुलाई वर्ष 2023 को को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया। इनके पास से अवैध हथियार बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि 5 फरवरी वर्ष 2023 को माफिया सुंदर भाटी के सहयोगी सुमित भाटी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सुंदर भाटी गैंग के सदस्य संदीप नागर, दिनेश उर्फ दिने, नितिन पुत्र विजय, रिंकू के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया, तथा इनके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद किया।
उन्होंने बताया कि माफिया सुंदर भाटी के सहयोगी कालू भाटी को न्यायालय ने गैंगस्टर एक्ट में दोषी पाते हुए 9 वर्ष 3 माह की कारावास की सजा सुनाई है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त माफिया सुंदर भाटी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसकी चार करोड 69 लाख 90 हजार 225 रुपए और उसके गैंग के सदस्यों की 61 करोड़ 89 लाख 53 हजार 619 रुपए की संपत्ति कुर्क की है।
उन्होंने बताया कि माफिया सिंह राज भाटी जो कि थाना कासना पर पंजीकृत गैंग डी- 11 का सदस्य है की पुलिस ने हिस्ट्रीशीट खोली और उसकी चल- अचल सम्पत्ति के 46 लाख रुपए, उसके सहयोगियों के तीन करोड़ 88 लाख 46 हजार रुपए की संपत्ति कुर्क की गई। उन्हें बताया कि सिंहराज के साथियों और सहयोगी के कुल चार करोड 74 लाख 46 हजार की संपत्ति कुर्क की गई है। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर अनिल भाटी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसकी 1 करोड़ 7 लाख 85 हजार 200 रुपए की संपत्ति कुर्क की है। उन्होंने बताया कि माफिया मनोज उर्फ आसे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नोएडा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तथा गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध किया। उन्होंने बताया कि इसकी कल 2 करोड़ 69 लाख 37 हजार 296 रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है।
उन्होंने बताया कि बदमाश राहुल उर्फ लालू को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। इसके पास से अवैध हथियार बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि कुख्यात बदमाश मनोज आसे की 2 करोड़ 79 लाख 37 हजार 296 रुपए कीमत की संपत्ति कुर्क की गई। उन्होंने बताया कि रणदीप भाटी गैंग के बदमाश अमित , संजय भाटी आदि की 14 करोड़ 22 लाख 36 हजार रुपए कीमत की संपत्ति को कुर्क किया गया। उन्होंने बताया कि रणदीप भाटी गैंग के अपराधी योगेश डाबरा की एक करोड़ 51 लाख रुपए की संपत्ति को कुर्क किया गया। उन्होंने बताया कि कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना गैंग के कई अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी सम्पति को कुर्क किया गया।
उन्होंने बताया कि स्क्रैप माफिया रवि नागर उर्फ रविंद्र सिंह उर्फ रवि काना कि कुख्यात बदमाश है इसके खिलाफ लूट, डकैती, बलात्कार, गैंगस्टर सहित विभिन्न मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। इसकी गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया, तथा अपराध के रास्ते इसके द्वारा अर्जित की गई 150 करोड रुपए की बेनामी संपत्ति गैंगस्टर अधिनियम के साथ जप्त की गई। इसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई। रवि काना यहां के उद्योग जगत, व्यापारियों के लिए एक दहशत का नाम था।
यह यहां के उद्योग धंधे से निकलने वाले स्क्रैप को जबरन फैक्ट्री से लेता था, जो व्यक्ति इसका विरोध करता था उसके साथ मारपीट कर लूटपाट करता था और हत्या तक करवा देता था। इसका एक संगठित गिरोह है जिसमें कई नेता, अधिकारी, पत्रकार शामिल हैं। रवि काना के खिलाफ जब कार्रवाई हुई तो वह अपने आकाओं के सहयोग से थाईलैंड भाग गया था। बाद में नोएडा पुलिस ने उसे दिल्ली के एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था।