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नोएडा की पहचान अब साइबर सिटी के रूप में बनने लगी, जानिए पूरी खबर
नॉएडा न्यूज़: औद्योगिक नगरी के रूप में स्थापित हुए नोएडा की पहचान साइबर सिटी के रूप में बनने लगी थी। लेकिन अब नोएडा को पूरे देश में साइबर फ्रॉड करने वाले जालसाजों ने बदनाम कर दिया है। साइबर सिटी अब साइबर फ्रॉड सिटी बन चुकी है। नोएडा में जालसाजों ने अपना ऐसा जाल बिछाया है कि कदम-कदम पर फर्जी कॉल सेंटर खोल रखे हैं। साइबर फ्रॉड करने वाले नोएडा में बैठकर दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ देश, दुनिया के लोगों से साइबर ठगी कर रहे हैं। नोएडा के कई इलाकों में चोरी-छिपे चल रहे फर्जी कॉल सेंटर गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट के लिए एक बडी चुनौती बन चुके हैं। पुलिस हर दिन साइबर ठगी करने वाले गिरोहों का भांडाफोड़ कर रही है।
थाना फेज-1 पुलिस ने चाइनीज एप के माध्यम से लोन लेने वाले व्यक्तियों के साथ ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए राजीव पाल पुत्र जयसिंह हाल निवासी सेक्टर-49 बरौला, मनीष कुमार पुत्र रामाधर ठाकुर हाल निवासी बरौला तथा सूरज श्रीवास्ताव पुत्र अभय श्रीवास्तव निवासी लोनी गाजियाबाद को गिरफ्तार किया है।
यह गिरोह चाइनीज लोन एप, कैश वॉलेट व डयूल कैश एप के माध्यम से लोन लेने वाले व्यक्तियों को फोन करके जल्दी लोन चुकाने के लिए बोलते थे साथ ही डराने-धमकाने के लिए उनके व्हाटसऐप ग्रुप पर गंदे वीडियो भेजते थे और कहते थे कि अगर उन्होंने लोन जल्दी नहीं चुकाया तो गंदे वीडियो एडिट कर आपके जितने कांटेक्ट लिस्ट में नाम हैं उनको भेज देंगे। इस धमकी से डरकर लोग जालसाजों के पेटीएम नंबर और बैंक एकाउंट में रूपये ट्रांसफर कर देते थे। यह गिरोह पिछले दो साल से काम कर रहा था और हजारों लोगों को अपना शिकार बना चुका था।
पकड़ा गया आरोपी मनीष पूर्व में एसबीआई क्रेडिट कार्ड व एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड बनाने का काम कर चुका है। वहीं इसकी राजू से मुलाकात हुई और इन्होंने लोगों को ठगने का प्लान बना लिया।
थाना सेक्टर-63 व साइबर हैल्पलाइन मुख्यालय टीम ने भी 8 लोगों को गिरफ्तार कर एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार किए गए सौरभ शर्मा पुत्र रामभूल शर्मा निवासी गाजियाबाद, लक्ष्य वशिष्ठ पुत्र वासुदेव शर्मा निवासी गाजियाबाद, सतेन्द्र कुमार पाल पुत्र भूरेलाल निवासी गाजियाबाद, हरिओम गौतम पुत्र सुभाष चंद गौतम निवासी गाजियाबाद, अमन कुमार पुत्र संजीव कुमार निवासी गाजियाबाद, नकुल कुमार पुत्र नानक चंद निवासी गाजियाबाद, रोहित कुमार पुत्र प्रमोद कुमार निवासी सेक्टर-73 सर्फाबाद तथा हर्ष कुमार पुत्र समरपाल निवासी सर्फाबाद सेक्टर-63 के एच-15 में ऑफिस खोलकर फर्जी आईडी की सिमों से कॉल करके प्रधानमंत्री मुद्रा लोन देने के नाम पर इच्छुक लोगों से फर्जीवाडा कर फाइल चार्ज, इंश्योरेंस फीस, इसीएस चार्ज तथा जीएसटी के नाम पर पैसा अपने बैंक खातों में यूपीआई तथा अन्य माध्यमों से मंगवाते थे।
यह लोग जनलक्ष्मी कंपनी के फर्जी लोन स्वीकृत पत्र तैयार कर जनलक्ष्मी फाइनेंस डाट इन वेबसाइट पर अपलोड कर देते थे। लोन लेने वाले व्यक्ति को व्हाटसऐप के माध्यम से स्वीकृति पत्र भेज दिया जाता था जिसे वह लोग ऑन लाइन जाकर भी देख सकते थे। यह गिरोह अब तक करोड़ों रूपये की ठगी कर चुका है।