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Noida: बिजली विभाग में ठेका हासिल करने का प्रयास

Admindelhi1
10 Oct 2024 5:05 AM GMT
Noida: बिजली विभाग में ठेका हासिल करने का प्रयास
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सरकारी कार्य में बाधा

नोएडा: ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के दादरी भाजपा विधायक के प्रतिनिधि होने का दावा कर एक शख्स ने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता को धमकी देते हुए सरकारी कार्य में बाधा डाला। उक्त शख्स भाजपा विधायक के नाम पर जबरन बिजली विभाग का ठेका हासिल करना चाह रहा था। इस मामले में अधिशासी अभियंता की शिकायत पर थाना दादरी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं दादरी विधायक ने उक्त शख्स को अपना प्रतिनिधि होने से इनकार किया है। उनका कहना है कि उन्हें बदनाम करने के लिए किसी ने इस तरह का कार्य किया है।

पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रभारी ने बताया कि थाना सूरजपुर में अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग प्रखंड पूनम यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 21 सितंबर को वह अपने कार्यालय में बैठी थी। उनके अनुसार उनके कार्यालय में दिनेश कुमार नामक व्यक्ति आया। उसने अपने आप को भाजपा विधायक दादरी का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि विधायक जी ने कहा है कि मैसर्स नीशू इंटरप्राइजेज के नाम से निविदा खोली जाए। उसने धमकी दी कि अगर मैसर्स निशु इंटरप्राइजेज के नाम से निविदा नहीं खोली जाती है तो यह आपके लिए अच्छा नहीं होगा। अधिशासी अभियंता के अनुसार आरोपी ने उनके ऑफिस में भय का माहौल पैदा किया, तथा सरकारी कार्य में बाधा डाला। उन्होंने बताया कि इस मामले में दिनेश कुमार निवासी ब्रह्मपुरी दादरी तथा मैसर्स निशु इंटरप्राइजेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इस बाबत भाजपा विधायक तेजपाल नागर का कहना है कि उनका दिनेश नाम का कोई भी व्यक्ति विधायक प्रतिनिधि नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने दीपक यादव नामक एक व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि बनाया है, जो कि ग्रेटर नोएडा में रहता हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने उक्त शख्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा हैं।

वहीं दूसरी तरफ इस घटना ने इस बात को उजागर कर दिया है कि भाजपा के बड़े नेताओं के नाम पर कुछ छुट भैया लोग सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाकर जबरन अपना काम निकल रहे हैं। इस तरह की कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है। चाहे वह स्क्रैप का कारोबार हो या यहां के विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा जारी किए जाने वाले टेंडर में जबरन ठेका हासिल करने का हो। इस तरह की कई घटनाएं सभी राजनीतिक दलों के सरकारों में सामने आ चुकी है।

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