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ट्विन टावर निर्माण के जिम्मेदार अफसरों पर अब तक कार्रवाई नहीं
नोएडा: सेक्टर-93ए स्थित एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी में भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़े किए गए ट्विन टावर को ध्वस्त हुए एक साल हो गया. लेकिन, अभी तक उनके निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हो सकी है. इससे सोसाइटी के लोगों में नाराजगी है.
उनका मानना है कि इन टावर के अवैध निर्माण के लिए, जो अफसर जिम्मेदार थे, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इस प्रकरण में शासन की ओर से गठित एसआईटी की जांच के बाद 26 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था.
शासन ने इनमें से 11 अधिकारियों की जांच 23 मार्च को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव को सौंपी गई थी, लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने जवाब भी जांच अधिकारी को नहीं सौंपे हैं. विजिलेंस स्तर पर भी इस मामले में अभी तक जांच जारी है. पिछले चार माह से विजिलेंस की टीम नोएडा नहीं आई है. कोई भी वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. शासन स्तर से अभी तक कार्रवाई नहीं हो सकी है.
मामले में कार्रवाई न होना दुखद तेवतिया
इस मामले में लंबी लड़ाई लड़ने वाले और सोसाइटी की एओए के अध्यक्ष यूबीएस तेवतिया ने कहा कि आरोपी अफसरों के खिलाफ सबसे पहले कार्रवाई होनी चाहिए थी, लेकिन आज एक साल बीत गया, लेकिन अभी तक कार्रवाई न होना दुखद है. जल्द जांच पूरी होनी चाहिए.
लोगों ने विजय पथ बनाया एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी में जिस स्थान पर ट्विन टावर थे, वहां पर लोगों ने विजय पथ का निर्माण कर दिया है. एओए के अध्यक्ष ने बताया कि विजय पथ दर्शाता है कि कैसे सोसाइटी के लोगों ने एकजुट होकर लंबे संघर्ष के बाद जीत हासिल की थी.
सिर्फ सात आरोपियों ने ही जवाब दिए
जांच अधिकारी सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक सिर्फ सात आरोपियों ने उन्हें अपने जवाब दिए हैं और वे भी अधूरे हैं. चार आरोपी अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं दिया. उन्हें पत्र भेजकर 15 दिन में जवाब मांगें हैं. जवाब आने पर वह एक माह में शासन को रिपोर्ट दे देंगे.