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साइबर अपराधियों का नया तरीका: साइबर टीम ने अभी तक एक हजार से अधिक खाते फ्रिज कराए, जानिए पूरा मामला

Shiddhant Shriwas
14 Feb 2022 11:47 AM GMT
साइबर अपराधियों का नया तरीका: साइबर टीम ने अभी तक एक हजार से अधिक खाते फ्रिज कराए, जानिए पूरा मामला
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फाइल फोटो 

जो फर्जी नाम व पते के आधार पर खोले गए थे। जिनमें ढाई करोड़ रुपये से अधिक की रकम ब्लॉक है।

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: गाजियाबाद। साइबर अपराधियों ने खुद को सुरक्षित करने के लिए नया तरीका अपना लिया है। जिसमें ठगी कोई और कर रहा है और पैसा किसी दूसरे के खाते में जा रहा है। साइबर ठग बैंक खातों को किराए पर लेकर उनमें रुपये डलवा रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। साइबर टीम ने इन मामलों में पूर्व में की गिरोह भी पकड़े हैं। वहीं साइबर टीम के निशाने पर ठगों के साथ किराए पर बैंक खाते देने वाले भी हैं। जो मामूली रकम के झांसे में आकर अपने बैंक खाते किराए पर दे रहे हैं। साइबर टीम ने अभी तक एक हजार से अधिक खाते फ्रिज कराए हैं। जो फर्जी नाम व पते के आधार पर खोले गए थे। जिनमें ढाई करोड़ रुपये से अधिक की रकम ब्लॉक है।

लोग रुपयों के लालच में अपने बैंक खाते किराए पर देते हैं, वहीं कुछ लोग आपसी संबंध में अपने खातों किसी और के कहीं से भी रुपये अपने बैंक खातों में डलवा लेते हैं। जो खाताधारकों को महंगा पड़ सकता है। साइबर सेल ठगी के मामलों में जिन खातों में पैसा जा रहा है। उन खाताधारकों तक भी पहुंची है, लेकिन पूछताछ में काई मामलों में सामने आया कि उन लोगों ने किसी को कमीशन के आधार पर बैंक खाते किराए पर दे रखे हैं, जबकि कई मामलों में सामने आया कि खाता मालिकों को उस बैंक खाते के बारे में कोई जानकारी नहीं है। क्योंकि साइबर ठग मजदूरों को कुछ रुपये देने का झांसा देकर धोखाधड़ी करके भी खाते खुलवा रहे हैं। जानकारी के अनुसार साइबर ठग बिहार, राजस्थान, भरतपुर, छत्तीसगढ़, झारखंड, वृंदावन समेत एनसीआर के क्षेत्रों को गढ़ बना रखा है। जहां का खाते संचालित हो रहे हैं। साइबर सेल सभी खातों को चिन्हित कर साइबर ठगों और खाताधारकों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।
इन बातों का रखें ध्यान
- अपने बैंक खाते में किसी व्यक्ति द्वारा कहीं से रुपये ना डलवाएं।
- अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज देते समय उसपर लिख दें कि किस उद्देश्य से आप अपने दस्तावेज दे रहे हैं।
- किसी भी प्रकार की ठगी होने पर साइबर सेल व पुलिस को सूचना दें।
कई मामलों में सामने आया कि जिन खातों में रुपये गए हैं वे किसी और के खाते हैं जबकि ठगी किसी ओर ने की है। ठगी से जुड़े सभी बैंक खातों को फ्रिज किया जा रहा है। अब तक एक हजार से अधिक खाते फ्रिज किए जा चुके हैं। साइबर ठग तो गिरफ्तार किए जाएंगे, लेकिन कमीशन के आधार पर किराए पर बैंक खाते देने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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