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नई दिल्ली: दिल्ली में अब अपराध पर अंकुश लगाने के लिए बढ़ेगी जिलों की संख्या
दिल्ली न्यूज़: राजधानी दिल्ली में अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर लगातार कदम उठा रहे हैं। उन्होंने सबसे पहले पीसीआर को थानों के साथ जोड़ दिया। इसके साथ ही कानून व्यवस्था को जांच से अलग किया। इसी दिशा में अब दिल्ली में तीन से चार नये जिले बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही रेंज की संख्या को 6 से बढ़ाकर 9 किये जाने पर भी विचार चल रहा है। इसके लिए अभी रिसर्च का काम किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में अभी के समय में 200 से ज्यादा थाने बने हुए हैं। प्रत्येक 12 से 15 थानों पर पुलिस का एक जिला बना है। जिसे डीसीपी स्तर के अधिकारी संभालते हैं। दिल्ली पुलिस के कुल 15 जिले अभी बने हुए हैं। इन 15 जिलों के ऊपर 6 रेंज बनी हुई हैं जिन्हें संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी देखते हैं। प्रत्येक संयुक्त आयुक्त के पास दो से तीन जिले की जिम्मेदारी है। दिल्ली में अभी के समय में दो जोन बने हुए हैं जिन्हें विशेष आयुक्त स्तर के अधिकारी संभाल रहे है। प्रत्येक स्पेशल सीपी जोन के पास सात से आठ जिले का कार्यभार है। यह दोनों विशेष आयुक्त सीधा पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट करते हैं।
सूत्रों की माने तो पुलिस कमिश्नर वरिष्ठ अधिकारियों की ज्यादा से ज्यादा निगरानी जिलों पर चाहते हैं ताकि अपराध को कम करने में कामयाबी मिल सके। इसलिए 200 थानों के लिए 15 की जगह 18/19 जिले बनाने पर विचार किया जा रहा है। यह माना जा रहा है कि प्रत्येक 10 से 12 थानों की जिम्मेदारी एक डीसीपी के पास रहेगी तो वह ज्यादा बेहतर तरीके से इन्हें संभाल सकेंगे। इसी तरह 18/19 जिलों के बनने पर नौ रेंज को बनाने पर विचार चल रहा है। प्रत्येक संयुक्त आयुक्त को दो जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी ताकि वह भी बेहतर ढंग से इन जिलों का सुपरविजन कर सकें। सूत्रों के अनुसार, जिलों की संख्या बढ़ाने के लिए कुछ थानों को जिलों से अलग करने पर विचार किया जा रहा है। अधिकांश जिलों से 2 से 3 थानों को बाहर निकाला जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि इन्हीं थानों को मिलाकर नए जिले बनाये जाएंगे। इसके लिए जिले के बाहरी हिस्सों में मौजूद थानों को चुना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि यह रिसर्च जल्द ही पूरी कर ली जाएगी और इसके बाद जिलों को बनाने का काम पूरा किया जाएगा।