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New Delhi: सीजीडब्ल्यूबी की वर्ष 2024 की रिपोर्ट चौंकाने वाली

Admindelhi1
3 Jan 2025 7:38 AM GMT
New Delhi: सीजीडब्ल्यूबी की वर्ष 2024 की रिपोर्ट चौंकाने वाली
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"राजधानी के लोग पानी के दोहन में एक कदम आगे"

नई दिल्ली: पानी के दोहन में राजधानी के लोग एक कदम आगे हैं। केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) की वर्ष 2024 की रिपोर्ट चौंकाने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के लोग बूंद-बूंद भू-जल निचोड़ रहे हैं।

2024 में दिल्ली में कुल रिसोर्स भूजल का 100.77 फीसदी जल दोहन किया गया। इस दौरान दिल्ली का दोहन योग्य वार्षिक भूजल रिचार्ज 344 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) से घटकर 341.90 एमसीएम रह गया है।

वर्ष 2024 में दिल्ली का शुद्ध वार्षिक ग्राउंड वाटर रिचार्ज 0.38 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) होने का अनुमान है। इसमें 0.34 बीसीएम निकासी के लिए उपलब्ध है। चिंताजनक बात यह है कि उपलब्ध भूजल से अधिक दोहन किया गया है। 100.77% भूजल दोहन किया गया। वर्ष 2023 में यह निकासी 99.13% के करीब थी।

सीजीडब्ल्यूबी ने दिल्ली की 34 तहसीलों में भूजल का आकलन किया। इनमें से प्रत्येक को एक मूल्यांकन इकाई कहा जाता है। इन 34 मूल्यांकन इकाइयों में से 14 इकाइयों (41.18%) को अति गंभीर श्रेणी, 13 इकाइयों (38.24%) को गंभीर श्रेणी, दो इकाइयों (5.88%) को अर्ध-गंभीर और पांच इकाइयों (14.71%) को सुरक्षित श्रेणी में रखा गया है। वर्ष 2023 में 12 इकाइयां अति गंभीर व चार इकाइयां अर्ध गंभीर श्रेणी में थीं।

इन जगहों पर स्थिति अधिक चिंताजनक: केंद्रीय भूजल बोर्ड के अनुसार दिल्ली में कुल छह जिलों की हालत अधिक चिंताजनक है। दिल्ली के दक्षिणी, नई दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, शाहदरा और उत्तर पूर्वी दिल्ली की स्थिति अति गंभीर श्रेणी में है। वहीं पश्चिमी, दक्षिण पूर्वी, दक्षिण पश्चिम, उत्तरी पश्चिमी जिले के कई हिस्से गंभीर श्रेणी में है। केवल मध्य जिले की स्थिति संतोषजनक है। मध्य जिले के अंतर्गत आने वाली तीन में से दो तहसीलें सुरक्षित है वहीं एक तहसील अर्द्ध गंभीर श्रेणी में है।

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