दिल्ली-एनसीआर

एनसीआर की नॉएडा पुलिस ने श्रीकांत त्यागी का आपराधिक इतिहास किया जारी

Admin Delhi 1
9 Aug 2022 7:55 AM GMT
एनसीआर की नॉएडा पुलिस ने श्रीकांत त्यागी का आपराधिक इतिहास किया जारी
x

एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नोएडा के गालीबाज तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के खिलाफ शिकंजा कसता जा रहा है। एक तरफ जिला प्रशासन उसकी संपत्तियों का ब्यौरा तलाश कर रहा है तो दूसरी तरफ टैक्स डिपार्टमेंट ने छानबीन शुरू कर दी है। अब गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने उसका आपराधिक इतिहास जारी किया है। जिसके मुताबिक श्रीकांत त्यागी के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर के थानों में 9 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसके खिलाफ सबसे पहला मुकदमा साल 2007 में दर्ज किया गया था। श्रीकांत त्यागी पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा था। इसके बाद उस पर गुंडा अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी। अब तक उसके खिलाफ गुंडा एक्ट, 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट, सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम, आईपीसी के तहत कातिलाना हमला करने, जान से मारने की धमकी देने और धोखाधड़ी जालसाजी के मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।

मूल रूप से गाजियाबाद का रहने वाला है श्रीकांत का परिवार: श्रीकांत त्यागी का परिवार मूल रूप से गाजियाबाद का रहने वाला है। काफी वर्षों पहले यह लोग नोएडा के भंगेल गांव में आकर बस गए थे। श्रीकांत त्यागी भंगेल में ही बड़ा हुआ है। पड़ोसी गांव गेझा में उसकी शादी हुई है। साल 2007 में नोएडा के थाना फेज-2 पुलिस को उसके खिलाफ पहली शिकायत मिली। जिसमें रंगदारी मांगने का मुकदमा श्रीकांत त्यागी के खिलाफ दर्ज करवाया गया था। इसी मामले की तफ्तीश करते हुए पुलिस ने उसके खिलाफ गुंडा अधिनियम की धारा 3/4 के तहत एक और मुकदमा दर्ज किया था। फिर दो साल बाद 2009 में श्रीकांत के खिलाफ बलवा, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। कुल मिलाकर फिर यह सिलसिला लगातार जारी रहा। साल 2015 और 2020 में भी श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कातिलाना हमला करने और जान से मारने की धमकी देने जैसी संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज करवाए गए हैं।

नोएडा पुलिस की ओर से जारी किया गया श्रीकांत त्यागी का अपराधिक इतिहास:

थाना फेस 2 पर दर्ज मुकदमे

1. 99/2007 (आईपीसी 387)

2. 386/2007 (3/4 गुंडा अधिनियम)

3. 634/2009 (147, 336, 427, 504 आईपीसी और 7 क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट)

4. 635/2009 (147, 148, 336, 341, 427 आईपीसी, 7 क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट और 2/3 सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम)

5. 449/2015 (147, 323, 506 आईपीसी)

6. 309/2020 (323, 504, 506, 307 आईपीसी)

7. 329/2022 (354, 323, 504, 506, 447 आईपीसी)

8. 335/2022 (419, 420, 482 आईपीसी)

थाना सेक्टर-39 पर दर्ज मुकदमा

9. 514/2008 (323, 325, 506, 427, 308 आईपीसी)

15 सालों से चल रही है श्रीकांत की हनक और धमक

कुल मिलाकर पिछले 15 वर्षों से श्रीकांत त्यागी की हनक और धमक चल रही है। नोएडा के फेज-2 थाने में तैनात रहे एक पुलिस अफसर ने बताया, "जब उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज होने लगे तो वह पॉलिटिकल फिगर के आसपास दिखने लगा। उसके पास छोटी आमदनी के नियमित स्रोत हैं। जिनके जरिए उसने राजनीति में पैठ बनाई। महंगी गाड़ियां रखना, पॉलिटिकल लोगों पर खर्चा करना और फाइव स्टार होटलों में बैठक करना उसकी मोडास अप्रेंडी हैं। जिसके झांसे में नेता आसानी से आ जाते हैं। छोटे-मोटे काम धंधे शुरू करके फिर उसने नेताओं के जरिए बड़े-बड़े ठेके हासिल करना शुरू कर दिया। फेज दो पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ सबसे पहले रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया गया था। उसकी गतिविधियां असामाजिक थीं, जिसके चलते उसके खिलाफ गुंडा अधिनियम में भी कार्रवाई की गई थी।"

साभार: Pankaj Parashar

Next Story