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NCR Kaushambi: तीन ठगो ने विदेश का वीजा दिलाने के नाम पर युवकों से की 9.60 लाख की ठगी
कौशांबी: पंजाब के बठिंडा निवासी गुरविंदर सिंह और उनके भाई को न्यूजीलैंड का वीजा दिलाने के नाम पर तीन लोगों ने 9.60 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपियों ने वैशाली सेक्टर एक स्थित कंसल प्लाजा के बेसमेंट में जय टूर एंड ट्रेवल्स के नाम से कार्यालय खोला था। साथ ही फेसबुक के जरिए युवकों को जाल में फंसाया। ठगी करने के बाद आरोपी कार्यालय बंद करके भाग गए। गुरविंदर सिंह की तहरीर पर कौशांबी पुलिस ने ठगी करने वाले आशुतोष कुमार, अजय राज विश्वकर्मा और पप्पू नाम के तीन व्यक्तियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
गुरविंदर सिंह ने बताया कि वह भटिंडा स्थित एक फैक्टरी में इलेक्ट्रीशियन हैं। करीब चार महीने पहले उन्होंने फेसबुक पर बने जय टूर एंड ट्रेवल्स के पेज पर वीजा और टिकट दिलाने का विज्ञापन देखा। पोस्ट में दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो कंपनी संचालक आशुतोष कुमार ने उन्हें वीजा दिलाने का भरोसा दिया।
गुरविंदर और उनके भाई वैशाली स्थित आरोपी के कार्यालय मुलाकात के लिए गए। आशुतोष व उनके साथियों ने भरोसे में लेकर 25 सितंबर 2024 को 9.60 लाख रुपये का भुगतान करवाया। इस दौरान उन्होंने जालसाजों के भरोसे में आकर अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी।
काफी समय तक जब वीजा नहीं मिला तो आरोपियों ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। वह दोबारा जब कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लगा मिला। फोन करने पर आरोपियों ने होटल में मिलने बुलाया, लेकिन वहां भी नहीं पहुंचे। ठगी का अंदेशा होने पर उन्होंने कौशांबी थाने में शिकायत की।
कई राज्यों के युवा बने शिकार, करोड़ों की ठगी का अंदेशा: गुरविंदर ने बताया कि जब वह पहली बार जय टूर एंड ट्रेवल्स के कार्यालय गए थे तब वहां राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और यूपी समेत कई राज्यों के करीब 25-30 युवा मौजूद थे। कई युवक रूस तो कुछ न्यूजीलैंड व अन्य देशों के वीजा व टिकट के लिए वहां पहुंचे हुए थे। आरोपियों के भागने के बाद उनके नंबर भी बंद आ रहे हैं। आरोपी अजयराज विश्वकर्मा के वाराणसी स्थित घर का पता मिलने पर कुछ युवक वहां भी गए, लेकिन वह घर पर नहीं मिला।
आरोपियों की तलाश शुरू कर उनकी खोली गई टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी के पंजीकरण को लेकर भी छानबीन की जा रही है। वे गाजियाबाद से बाहर के रहने वाले हो सकते हैं। अन्य जिलों में भी उनकी तलाश के लिए एक टीम काम कर रही है। साथ ही फेसबुक पेज और मोबाइल नंबर से भी ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। - निमिष पाटिल, डीसीपी ट्रांस हिंडन