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NCR Ghaziabad: पुलिस ने तेज अवाज में डीजे बजाने के मामले में कार्रवाई की

Admindelhi1
21 Dec 2024 8:43 AM GMT
NCR Ghaziabad: पुलिस ने तेज अवाज में डीजे बजाने के मामले में कार्रवाई की
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"विजयनगर में तेज आवाज में डीजे बजाने के आरोपी को किया गिरफ्तार"

गाजियाबाद: विजयनगर थाने में दर्ज कराए गए तेज अवाज में डीजे बजाने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को कार्रवाई की। डीजे संचालक का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विजयनगर के सेक्टर-9 का निवासी प्रदीप उपाध्याय है। उसके खिलाफ सेक्टर-9 की निवासी प्रतिभा ने दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया कि शनिवार रात बरात में डीजे बजाया जा रहा था।

इसकी आवाज बहुत तेज थी। प्रतिभा का कहना है कि डीजे की आवाज से घर के शीशे टूट गए थे। बुर्जुग मां की तबियत बिगड़ गई थी। घर में कोई भी देर रात तक सो नहीं पाया था। डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि आरोपी प्रदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है।

एक महीने में 302 लोगों ने की शिकायत : डीसीपी ने बताया कि शादी के सीजन में तेज डीजे बजाने की 302 शिकायतें पुलिस कंट्रोलरूम में की गई। मौके पर जाकर पुलिस ने संचालकों के खिलाफ चेतावनी जारी कर कार्रवाई की। नियम के तहत 45-55 डेसीबल तक की आवाज विशेष समारोह पर बजाई जा सकती है। इसके साथ ही रात 10 से सुबह छह बजे तक डीजे बजाना प्रतिबंधित है।

ये हैं प्रावधान : बिना अनुमित के बैंड व डीजे लगाने पर संबंधित प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। दोषी मिलने पर पांच साल की सजा व एक लाख रुपये जुमार्ना और उल्लंघन करने के कुल दिनों का पांच हजार रुपये प्रतिदिन का आर्थिक दंड वसूला जाएगा। ध्वनि प्रदूषण क्षेत्राधिकारी और इनके ऊपर के अधिकारी 1986 की पर्यावरण संरक्षण एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत करा सकते हैं।

तेज ध्वनि से हो सकता है अवसाद: ध्वनि प्रदूषण पर एमएमजी अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन संतराम वर्मा ने बताया कि लाउडस्पीकर के नियमित दिन और रात प्रयोग होने से नींद पूरी न होने के कारण मनुष्य में शारीरिक और मानसिक बीमारी घर कर जाती है। जैसे बहरापन, उच्च रक्तचाप, अवसाद, चिड़चिड़ापन, थकान, एलर्जी, पाचन संबंधी समस्याएं के साथ-साथ मानसिक विकार भी तेज आवाज का ही प्रतिकूल असर है। ध्वनि प्रदूषण का शिशुओं और महिलाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कभी-कभी ध्वनि की तेज गति के कारण महिलाओं का गर्भपात होने का खतरा बढ़ सकता है या भू्रण का विकास रुक सकता है और शिशु का पूरा व्यवहार बदल जाता है। आवासीय क्षेत्रों में फार्म हाउस, विवाह मंडप और होटल संचालित हैं। शादियों के सीजन में हापुड़ रोड, विजयनगर, नंदग्राम, सिहानी गेट, कोतवाली, चंद्रपुरी, केला भट्ठा, लालकुआं रोड, पुराना बस स्टैंड के नजदीक अन्य कई कॉलोनियों में डीजे का शोर रहता है।

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