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NCR Ghaziabad: ठगी की रकम भी किराये पर लिए खातों में ही जमा कराते थे साइबर ठग

Admindelhi1
31 Dec 2024 9:31 AM GMT
NCR Ghaziabad: ठगी की रकम भी किराये पर लिए खातों में ही जमा कराते थे साइबर ठग
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"चेक की रकम इन खातों में ही जमा कराते थे"

गाजियाबाद: बैंक के बॉक्स से चेक चोरी कर नाम बदलकर रकम निकालने वाले गिरोह ने 25 लोगों के बैंक खाते किराये पर ले रखे थे। चेक की रकम इन खातों में ही जमा कराते थे। बदले में खाताधारक को कमीशन देते थे। शातिर अपराधी साइबर ठगी भी करते हैं। ठगी की रकम भी किराये पर लिए खातों में ही जमा कराते थे

एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद ने बताया कि गिरोह चेक पर किराये के खाताधारक का ही नाम लिखता है। चेक से मिला कैश खुद रखता है। बदले में खाताधारक को कमीशन देता है। गिरफ्तार आरोपी अमित राय निवासी ग्राम बेलतला बाजार, थाना नवदीप जिला नदिया (हाल निवासी सेक्टर-17 रोहिणी दिल्ली), विवेक कुमार निवासी मोहल्ला नौमी, बढ़ापुर जिला बिजनौर और राहुल कुमार निवासी सोनिया विहार, दिल्ली हैं।

तीनों ने पूछताछ में बताया कि पांच से दस हजार रुपये देकर ऐसे लोग मिल जाते हैं जो उनके कहने पर बैंक में खाता खुलवा लेते हैं। इसके बाद गिरोह के शातिर जाकर गार्ड से कहते थे कि बॉक्स में गलत चेक डाल दिया है, उसे निकालना है। गार्ड से अनुमति लेकर कोई भी अकाउंट पेयी चेक निकाल लेते थे और उसे अपना बता देते थे। इसके बाद चेक पर नाम बदल देते थे और फिर उसे कैश करा लेते थे।

एडीसीपी ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में गिरोह कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, बड़ौदा, नागपुर, भोपाल, विजयवाड़ा, चेन्नई और हैदराबाद सहित कई शहरों में कूटरचित चेक से लोगों के करीब 4.50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है। पकड़े गए आरोपियों सेनौ मोबाइल, एक चेकबुक, एक पासबुक, दो एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।

गिरोह गाजियाबाद में वारदात करने आया था और एक महीने से होटल में ठहरा था। फरार आरोपी उत्तम निवासी साल्टलेक कोलकाता पश्चिम बंगाल, अनुज कुमार निवासी बिजनौर, मुकेश चौहान उर्फ प्रधान निवासी देहरादून, अतुल कुमार बिजनौर और विक्की यादव निवासी दिल्ली हैं।

ठगी की रकम से शानोशौकत वाली जिंदगी जीते, महंगे होटलों में ठहरते: बैंक और एटीएम बूथ के ड्रॉप बॉक्स से चेक निकालकर करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर शानोशौकत की जिंदगी जीते थे और किसी भी शहर में महंगे होटलों में ठहरते थे। पकड़ा गया ठग अमित राय गिरोह का सरगना है और एमएससी कंप्यूटर साइंस से पढ़ाई की है। विवेक उर्फ जतिन बीएससी तक पढ़ा है जबकि राहुल कक्षा सात तक।

अमित के पास से चार महंगे मोबाइल मिले। उसके मोबाइल को खंगाला गया तो कई युवतियों और महिला मित्रों के नंबर बरामद हुए हैं। लोगों से पैसे हड़प कर अमित महिला मित्रों के शौक पूरे करता था। तीनों लग्जरी जिंदगी जीते थे और किसी भी शहर में महंगे होटल में ठहरते थे। साइबर थाना पुलिस ने इस गिरोह की 31 वारदातों का खुलासा किया है। आरोपियों के पास से नौ मोबाइल, एक चेकबुक, एक पासबुक, दो एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।

गुजरात के कारोबारी से ठगे 3.66 करोड़: उन्होंने बताया कि गिरोह ने गुजरात के राजकोट निवासी रिद्धिष शाह से 3.66 करोड़ रुपये किराये के बैंक खातों में ट्रांसफर कराकर हड़प लिए। इसके साथ ही अहमदाबाद के जिग्नेश से 44 लाख, आनंद विहार के किशोर यादव से 39 हजार, राजस्थान के भीलवाड़ा निवासी विजय सिंह से तीन लाख रुपये, पंजाब के गुरदासपुर के अनिल के साथ 75 हजार, तेलंगाना के करीमनगर निवासी अभिनव रेड्डी से 35 हजार रुपये और साइबर ठगी के माध्यम से अन्य रकम अपने किराये के अलग-अलग 25 बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर कराए। डेढ़ साल में यह गिरोह कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, बड़ौदा, नागपुर, भोपाल, विजयवाड़ा, चेन्नई और हैदराबाद सहित कई शहरों में कूटरचित चेक से लोगों के करीब 4.50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है।

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