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मेरठ आरआरटीएस: वायाडक्ट निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में
लेटेस्ट न्यूज़: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन के आगे दुहाई से मुरादनगर स्टेशन के बीच अब रेल की पटरियों को बिछाए जाने से पहले वायाडक्ट लगभग तैयार हो गया है। दुहाई से मुरादनगर के बीच की दूरी लगभग छह किलोमीटर है जिसमे से पांच किलोमीटर से ज्यादा का वायाडक्ट बनकर तैयार हो चुका है। मुरादनगर का स्टेशन प्रायोरिटी सेक्शन के ठीक बाद का स्टेशन है। कॉरिडॉर के इस सेक्शन में वायाडक्ट के निर्माण के लिए 5 तारिणी (लॉन्चिंग गेंट्री) दिन-रात काम कर रही हैं। जल्दी ही इस सेक्शन का काम समाप्त हो जाएगा और सिस्टम कांट्रैक्ट के कार्य जैसे ट्रैक बिछाने, सिग्नलिंग और ट्रैक्शन बिजली के तार, ओएचई लगाने आदि की गतिविधियां प्रारम्भ हो जाएंगी। वायाडक्ट के इस बने हुए सेक्शन में ऑर्डिनेन्स फैक्ट्री, मुरादनगर से दुहाई की ओर के लगभग दो किलोमीटर के वायाडक्ट के हिस्से को सिविल कार्य पूरा होने के बाद ट्रैक बिछाने और ट्रैक्शन के कार्य के लिए संबन्धित टीम को दे दिया गया है। आने वाले दिनों में वायाडक्ट के और भी हिस्से इसी प्रकार ट्रैक बिछाने, सिग्नलिंग और ओएचई के कार्यों के लिए हैंडओवर कर दिये जाएंगे।
आरआरटीएस कॉरिडॉर के 17 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन में वायाडक्ट का निर्माण पहले ही लगभग पूर्ण हो चुका है। इस सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं। यहां ट्रैक बिछाने, सिग्नलिंग और ओएचई का कार्य प्रगति पर है। इसी सेक्शन में देश की पहली आरआरटीएस ट्रेन का ट्रायल रन इस वर्ष के अंत तक प्रारम्भ हो जाएगी। इसके बाद आगे के सेक्शन में जैसे जैसे कार्य होता जाएगा। ट्रायल इस सेक्शन में वैसे वैसे आगे बढ़ते जाएंगे। प्रायोरिटी सेक्शन में अगले वर्ष 2023 तक ट्रेनों का संचालन शुरू करने का लक्ष्य है जबकि सम्पूर्ण कॉरिडॉर में वर्ष 2025 तक परिचालन प्रारम्भ हो जाएगा।