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विवाहित प्रेमिका को जिंदा जलाया, 3 साल बाद आरोपी गिरफ्तार

Rani Sahu
21 Jun 2022 1:32 PM GMT
विवाहित प्रेमिका को जिंदा जलाया, 3 साल बाद आरोपी गिरफ्तार
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विवाहित प्रेमिका को जिंदा जलाया

नई दिल्ली/गाजियाबाद: इश्क, इंतकाम और फिर हत्या. यह तीन शब्द गाजियाबाद में तीन साल पहले हुई उस हत्या का खुलासा करते हैं, जिसे जिसने भी सुना कांप गया. जगह लोनी बॉर्डर इलाका, जहां एक विवाहित महिला की बुरी तरह से जली हुई लाश उसके ही घर में पड़ी मिलती है. पुलिस का पहला शक महिला के पति पर जाता है. दहेज हत्या की आशंका के साथ पूरे मामले की जांच की जाती है, लेकिन कोई मजबूत सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगता. फिर इस ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री में मृत विवाहित महिला के प्रेमी की एंट्री होती है और देखते ही देखते पूरी कहनी बदल जाती है.

दरअसल करीब तीन साल पहले गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में एक महिला की जली हुई लाश उसके घर में पड़ी मिलती है. महिला विवाहित होती है, ऐसे में पुलिस के शक की सुई सबसे पहले मृत महिला के पति पर ही जा कर टिकती है. पुलिस मामले में दहजे हत्या के एंगल से जांच शुरू करती है. अंदेशा लगाया जाता है कि मृत महिला के पति ने दहेज लेन-देन के विवाद के चलते अपनी पत्नी पर डीजल छिड़क कर, उसे जिंदा जला कर खौफनाक मौत दी हो. पुलिस ने लंबे समय तक पति को संदिग्ध मान इस पुरे मामले में पड़ताल जारी रखी, लेकिन इसी बीच इस ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ. पुलिस की जांच में अब एंट्री हुई धनराज नाम के एक शख्स की. दरअसल मृत विवाहित महिला का विवाहेतर भी एक संबंध था. धनराज वही शख्स था, जिससे मृत महिला का प्रेम संबंध था.
पुलिस ने अब अपनी जांच का फोकस धनराज नाम के इस युवक पर शिफ्ट किया. पता चला कि महिला अपने परिवार को छोड़ इसी प्रेमी के साथ लिव-इन में रह रही थी. महिला धनराज पर खुद से भी ज्यादा यकीन करती थी. महिला, धनराज के कहने पर ही अपने परिवार तक को छोड़ आई थी. ऐसे में अब पुलिस को महिला के प्रेमी धनराज पर महिला की हत्या का शक होने लगा. पुलिस ने धनराज का पता किया, जानकारी मिली की वह दिल्ली के ज्योति नगर में रहता था, लेकिन कई दिनों से वह अपने घर से फरार था. पुलिस जोरों-शोरों से उसकी तलाश में लगी रही, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था, ऐसे में पुलिस ने थक-हारकर धनराज पर 20 हजार रुपयों का इनाम भी घोषित कर दिया, बावजूद इसके धनराज को कोई सुराग पुलिस के हाथ न लगा. देखते-देखते तीन साल बीत गए. अब भी पुलिस के हाथ खाली थे.
तीन साल बीत जाने के बाद भी पुलिस मामले में फरार आरोपी की तलाश में जुटी रही. इसी बीच पुलिस को आरोपी धनराज के बारे में सूचना मिली. पुलिस ने तुरंत सूचना पर संज्ञान लेते हुए क्राइम ब्रांच के सहयोग से कार्रवाई करते हुए धनराज को गिरफ्तार कर लिया. करीब तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद धनराज अब पुलिस की गिरफ्त में था. पुलिस ने धनराज से पूछताछ शुरू की. पुलिस पूछताछ में धनराज ने बताया कि उसका और उसकी प्रेमिका में किसी बात को लेकर मामूली सी बहस हो गई. देखते ही देखते झगड़ा बढ़ता गया. गुस्से के कारण धनराज पर खून सवार था, उसने कहीं से डीजल की व्यवस्था की और प्रेमिका पर डीजल छिड़क कर उसे जिंदा जला दिया. धनराज ने गुनाह कबूला और बताया कि वह वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गया और पुलिस को लगातार कई सालों से चकमा देता रहा.


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