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मनमोहन करेंगे सोनिया के पास अशोक गहलोत की पैरवी, खड़गे का अनादर करने वाले पहुंचे बधाई देने

HARRY
20 Oct 2022 8:08 AM GMT
मनमोहन करेंगे सोनिया के पास अशोक गहलोत की पैरवी, खड़गे का अनादर करने वाले पहुंचे बधाई देने
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Rajasthan के जिन नेताओं ने पर्यवेक्षक के तौर पर राजस्थान आए मल्लिकार्जुन खड़गे का अनादर किया था। वही लोग खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होने पर हाथ में गुलदस्ते लिए उन्हें बधाई देने के लिए खड़े नजर आए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद की मतगणना से एक दिन पहले ही दिल्ली पहुंच गए थे। मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें बधाई दी।

इस दौरान गहलोत समर्थक मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ भी खड़गे के आवास पर सक्रिय नजर आए। आपको बता दें इन तीनों नेताओं को पिछले दिनों राजस्थान के सियासी घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने अनुशासनहीनता का नोटिस दिया था। यह तीनों नेता खड़गे को गुलदस्ता भेंट करने के लिए उनके आवास पर मौजूद थे। कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देने के लिए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी पहुंचे।

राजस्थान में 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक आहूत करने के लिए बतौर पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन जयपुर आए थे। इस दौरान गहलोत समर्थक विधायकों ने मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक कर विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया था। इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे सौंपते हुए विधायक दल की बैठक का बहिष्कार किया था।

तब दोनों पर्यवेक्षकों को जयपुर से खाली हाथ लौटना पड़ा था। कांग्रेस ने इस मामले में गहलोत सरकार के मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को अनुशासनहीनता का नोटिस दिया था। दोनों पर्यवेक्षकों ने इसकी लिखित रिपोर्ट कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी को दी थी।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली प्रवास के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात की। इनमें अंबिका सोनी और मुकुल वासनिक भी शामिल हैं। यह दोनों नेता अशोक गहलोत के पक्के समर्थक और सहयोगी माने जाते हैं। अंबिका सोनी के मनमोहन सिंह से काफी नजदीकी है। ऐसे में अगर मनमोहन सिंह सोनिया गांधी से गहलोत के पक्ष में एक शब्द भी कह देते हैं तो सोनिया गांधी उसके लिए मना नहीं कर सकती हैं। माना जा रहा है कि अब मनमोहन सिंह सोनिया गांधी के पास अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाए रखने की की पैरवी करेंगे।

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